इस तरह 20 जनवरी 2020 में आए पहले कोरोना मामले से अमेरिका में हुए 2.5 करोड़ केस

वॉशिंगटन। 20 जनवरी वह दिन था जब दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश को अपना 46 वां राष्ट्रपति मिला और ठीक एक साल पहले अमेरिका में 20 जनवरी के ही दिन देश में पहला कोरोना वायरस केस सामने आया था। 20 जनवरी 2020 से लेकर 20 जनवरी 2021 तक देश में संक्रामक वायरस के कुल मामले 2.5 करोड़ हो गए है, जिस के चलते अमेरिका कोरोना वायरस से दुनिया का सबसे प्रभावित देश बना हुआ है।
आपको बता दे कि शुरूआती दिनों में देश ने वायरस को हल्के में लिया जो कोरोना वायरस के प्रवर्धन का प्रमुख कारण था, जिस वजह से मेरिका में धीरे-धीरे मरीजों की संख्या रिकॉर्ड बनाने लगी। सबसे ज्यादा मरीज और सबसे ज्यादा मौतों में यह देश पहले नंबर पर हो गया। अभी दुनिया में मिले मरीजों में अमेरिका की हिस्सेदारी 25 प्रतिशत है।

देश में कोरोना वायरस के शुरुआती दिनों के दौरान, चीन से आने वाली उड़ानों को बंद कर दिया गया था, क्योंकि वुहान से लौटे एक शख्स की वजह से देश में कोरोना वायरस की शुरुआत हुई थी और इस के कॉन्टैक्ट में आए लोगों की ट्रेसिंग की शुरुआत हुई थी।
इसके बाद चीन से आए दूसरे लोगों की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आने लगीं। फरवरी के आखिर तक सिएटल वायरस का एपीसेंटर बन गया। जीनोमिक सीक्वेंसिंग से ही पता चला कि पहला मरीज, जो अब 36 साल का है, वायरस की उस ब्रांच का हिस्सा था जो पूरे एरिया में फैल गया था।

टाइमिंग और जेनेटिक वैरिएशन को देखते हुए रिसर्चर्स ने माना कि यह वायरस किसी अज्ञात शख्स से भी फैल सकता है। गौरतलब है कि अमेरिका में पहले पांच हफ्तों में कोरोना के 45 मामले सामने आए। अब तक एक भी मौत नहीं हुई थी। वहीं, पिछले पांच हफ्तों में देश में 74 लाख से ज्यादा केस मिले हैं। इस दौरान एक लाख से ज्यादा लोगों की जान चली गई। बीते 24 घंटे में ही यहां 1,84,237 नए मामले और 4,357 मौतें दर्ज की गई हैं।