NEET की परीक्षा पास करवाने वाला गैंग का भंडाफोड़

नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली से चौका देने वाली खबर सामने आई है। NEET की परीक्षा पास कराने वाले एक गैंग का पर्दाफाश हुआ है। 6 लाख रुपये में परीक्षा पास कराने की तैयारी थी। नरेश बिश्नोई मंगलवार को सप्लीमेंट्री एग्जाम देने के लिए दिल्ली एम्स के कैंपस में गया था तभी उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने बताया कि नरेश और उसके साथियों ने कुछ नीट अभ्यर्थियों से लाखों रुपये लिए थे और उनकी जगह वे परीक्षा देते। उन्होंने फ़ारसी दस्तावेज तैयार किए थे, जिससे फर्जी कैंडिडेट असली लगे। जब एक फर्जी कैंडिडेट का बायोमेट्रिक्स परीक्षा केंद्र पर असली कैंडिडेट से मैच नहीं हुआ। मई में ही नरेश के एक साथी को गिरफ्तार किया गया था। दिल्ली में मंगलवार को इस केस में दूसरी गिरफ्तारी हुई है। इसी केस में नागपुर पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। दो लोग अब भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं। एम्स स्टूडेंट्स के एक ग्रुप ने नीट परीक्षा में बैठने जा रहे युवाओं से कहा था कि अच्छा स्कोर हासिल करने के लिए वे उनकी हेल्प करेंगे।

Student Arrested Who Given Exam In The Name Of Others In Varanasi | NEET  EXAM: दूसरे के स्थान पर परीक्षा दे रही छात्रा सहित चार गिरफ्तार, सॉल्वर  गैंग ने दिया था लालचयह गैंग हर कैंडिडेट से 5 से 7 लाख रुपये वसूलता था और परीक्षा में बैठने के लिए गैंग के सदस्यों में पैसे बंटते थे। दिल्ली पुलिस ने बताया है कि 7 मई को उन्हें जानकारी मिली थी कि आरके पुरम, सेक्टर 4 में बने एग्जाम सेंटर में एक शख्स दूसरे की जगह परीक्षा देते पकड़ा गया है। परीक्षा के दौरान एक कक्ष निरीक्षक ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को सूचना दी थी कि कैंडिडेट अमन कुमार का बायोमेट्रिक उसके रिकॉर्ड से मैच नहीं हुआ। एक अधिकारी ने बताया, ‘बायोमेट्रिक्स चेक किया गया लेकिन वह कैंडिडेट के आधार डेटा से मैच नहीं हुआ।’
पुलिस ने जाँच में पता चला कि जो शख्स परीक्षा देने आया था वह जयपुर का रहने वाला संजू यादव है। वह अमन कुमार की जगह पर परीक्षा देने वाला था। फिलहाल संजू यादव को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में उसने बताया कि वह एम्स में बीएससी रेडियो-डायग्नोसिस का दूसरे वर्ष का छात्र है। उसका क्लामेट और रूममेट नरेश जोधपुर का रहने वाला है। उसने बताया था कि एक शख्स उसे उसकी जगह पर नीट परीक्षा देने के लिए पैसे दे रहा है। यादव ने बताया कि परीक्षा देने के लिए उसे 6 लाख रुपये की पेशकश की गई थी। गैंग ने कुमार के आधार कार्ड वाली तस्वीर एडिट की और एडमिट कार्ड पर यादव का फोटो चस्पा कर दिया।
एक पुलिस सूत्र ने TOI को बताया कि हमने यादव का फोन जब्त कर लिया। उसके और नरेश के बीच व्हाट्सएप चैट सामने आई है। कुमार के एडमिट कार्ड की सॉफ्ट कॉपी भी मिली है। पुलिस ने नरेश के किराये के कमरे पर छापा मारा लेकिन वह नहीं मिला। उसके अकाउंट को जब्त कर दिया गया और सोमवार को उसे पकड़ लिया गया।

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Author: Staff Reporter

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