Chhattisgarh Election: प्रदेश में चुनावी आदर्श आचार संहिता लगने के बाद एविएशन कंपनियों ने हेलीकॉप्टर का किराया दो से तीन गुना बढ़ा दिया है। सिंगल इंजन के विमान के लिए कंपनियां ढाई से तीन लाख और डबल इंजन विमान के लिए चार से पांच लाख रुपये तक किराया वसूल रही हैं…
छत्तीसगढ़ में पहले चरण के नामांकन प्रक्रिया खत्म होने के बाद अब दूसरे दौर की प्रक्रिया शुरू हो गई है। सभी दलों के नेता स्टार नेता प्रचार में कूद गए हैं। इसके साथ ही इनके लिए किराये पर हेलीकॉप्टर के भी इंतजाम कर लिए गए हैं। जानकारी के मुताबिक, भाजपा ने प्रचार के लिए अब तक तीन हेलीकॉप्टर किराये पर लिए हैं। जबकि कांग्रेस ने अब तक दो हेलीकॉप्टर किराये पर लिए हैं। विमानन कंपनियां इन हेलीकॉप्टर का हर घंटे चार से पांच लाख किराए वसूल रही हैं।
प्रदेश में चुनावी आदर्श आचार संहिता लगने के बाद एविएशन कंपनियों ने हेलीकॉप्टर का किराया दो से तीन गुना बढ़ा दिया है। सिंगल इंजन के विमान के लिए कंपनियां ढाई से तीन लाख और डबल इंजन विमान के लिए चार से पांच लाख रुपये तक किराया वसूल रही हैं। इसके अलावा एयरपोर्ट से सभा स्थल के लिए निकलने और सभा के दौरान जितनी देर तक हेलीकॉप्टर खड़ा रहेगा। कंपनियां उसका अलग से किराया वसूलेंगी। छत्तीसगढ़ में एक भी एविएशन कंपनी नहीं है। इसलिए प्रचार के लिए हेलीकॉप्टर को दिल्ली या मुंबई से मंगवाया जा रहा है। मुंबई में सात और दिल्ली में 5 एविएशन कंपनियां ऐसी हैं, जो किराए पर हेलीकॉप्टर मुहैया कराती हैं।
रायपुर एयरपोर्ट के हैंगर में पार्किंग की व्यवस्था
दोनों दलों के लिए प्रचार के लिए गए हेलीकॉप्टर प्रदेश की राजधानी रायपुर एयरपोर्ट हैंगर में रखे गए हैं। दोनों दलों के राष्ट्रीय नेताओं के छत्तीसगढ़ दौरे का कार्यक्रम बनने पर प्रदेश कार्यालय के को-ऑर्डिनेशन से ही इन उपयोग किया जाएगा। बताया जाता है कि दशहरे के बाद कुछ हेलीकॉप्टर किराए से मंगाए जाएंगे। इसके बाद बाद तेजी से प्रचार शुरू किया जाएगा।
हेलीकॉप्टर के किराए को लेकर फिलहाल भाजपा और कांग्रेस कुछ भी कहने से बच रही है। दोनों दलों का इतना कहना है कि हेलीकॉप्टर राष्ट्रीय कार्यालय की तरफ से भेजे गए हैं। इनका उपयोग राष्ट्रीय स्तर के नेता और स्टार प्रचारकों की विभिन्न सभाओं के लिए किया जाएगा।