मुंबई जाने के लिए घर से भागे पांच बच्चों को पुलिस ने कश्मीरी गेट से पकड़ा

इन बच्चों के पास ना कोई मोबाइल फोन व अपने माता-पिता से संपर्क करने के लिए कोई नंबर तक याद नहीं था
नई दिल्ली। बच्चे से एक वयस्क तक हर किसी का सपना होता है कि वह एक बार जरूर देश की वित्तीय व मनोरंजन राजधानी मुंबई में जाए, जिसके लिए वह सारे नियोजन और प्रयास करता हैं और ऐसी ही कुछ योजना उत्तर प्रदेश के शामली जिला के पांच बच्चों द्वारा बनाई गई थी, जिनकी उम्र 8 से 12 वर्ष के बीच की है। 27 दिसंबर को कश्मीरी गेट थाना के सहायक उपनिरीक्षक नरेश पाल को हनुमान मंदिर, जमुना बाजार के पास गश्त करते समय पांच संदिग्ध बच्चे बिना किसी अभिभावक के साथ बाजार में घूमते हुए दिखे।
जिसके बाद एएसआई नरेश पाल उन बच्चों से उनका पता और घरवालों के बारे में पूछने लगे तो बच्चों ने बताया कि वें अपने माता—पिता को बिना बताए अपने मूल स्थान से बस में सवार होकर दिल्ली आए है। आगे पूछताछ में बच्चों ने बताया कि वे मुंबई जा रहे हैं और वें अपने माता-पिता को बिना बताए घर से निकले हैं। आपको बता दे कि इन बच्चों के पास ना कोई मोबाइल फोन व अपने माता-पिता से संपर्क करने के लिए कोई नंबर तक याद नहीं था, जिसके बाद एएसआई नरेश पाल शामली जिले में मौजूद अपने स्रोतों के साथ संपर्क रखते हुए इन बच्चों के माता-पिता की खोज में लग गए तथा किसी भी प्रकार की जानकारी के लिए अपना फोन नंबर शामली थाना में दे दिया।
लगभग 3 घंटे के प्रयास के बाद बच्चों के माता-पिता एएसआई नरेश पाल से संपर्क कर सके। एएसआई नरेश पाल ने बच्चों के माता-पिता को कश्मीरी गेट थाना में आने को कहा और उचित सत्यापन व पूछताछ के बाद, सभी बच्चों को सुरक्षित रूप से उनके माता-पिता को सौंप दिया गया।