राजधानी दिल्ली में वैसे तो करीब एक दर्जन थाने किराए की इमारत में चल रहे हैं। वहीं, दिल्ली के जैतपुर थाने को 15 दिनों के भीतर खाली करने का नोटिस जारी किया गया है। यह थाना किराए की इमारत में चल रहा है और इसका मासिक किराया लगभग साढ़े 7 लाख रुपये है, जो अन्य थानों के मुकाबले सबसे ज्यादा है। जैतपुर थाना कच्ची कॉलोनी में स्थित है, जहां पक्का निर्माण नहीं हो सकता। थाने को खाली करने का नोटिस एमसीडी ने इस मुद्दे पर चर्चा चल रही है।
आगे की चुनौतियां
एमसीडी ने थाने के पास अपनी कोई जमीन नहीं होने के कारण इसे खाली करने का निर्देश दिया है। नोटिस में कहा गया है कि 15 दिनों के भीतर बिल्डिंग को खाली करना होगा, जिसके बाद अवैध निर्माण को ढहाने की कार्रवाई की जाएगी। दिल्ली पुलिस को अब जैतपुर थाने के लिए नई जगह ढूंढनी होगी, जो एक बड़ी चुनौती हो सकती है। इस बीच, पुलिस विभाग और एमसीडी के बीच इस मुद्दे पर चर्चा जारी है।
दिल्ली में अतिक्रमण विरोधी अभियान
दिल्ली में अतिक्रमण के खिलाफ कई अभियान चलाए जा रहे हैं, जिनमें ओखला और कालकाजी जैसे इलाकों में बुलडोजर कार्रवाई की गई है। इन अभियानों में सैकड़ों झुग्गियों और मकानों को ध्वस्त किया गया है। जैतपुर थाने के मामले में भी अवैध निर्माण का मुद्दा उठाया गया है, जिसके बाद एमसीडी ने यह नोटिस जारी किया है।
निष्कर्ष
जैतपुर थाने की स्थिति बेहद चिंताजनक है और इसके भविष्य पर संकट मंडरा रहा है। अब देखना यह है कि थाने को कहां शिफ्ट किया जाएगा और इसका समाधान कैसे निकाला जाएगा। दिल्ली पुलिस और एमसीडी के बीच इस मुद्दे पर चर्चा जारी है और जल्द ही कोई समाधान निकलने की उम्मीद है।