दिल्ली में मंगलवार को धूलभरी तेज हवाएं चलने से दिल्ली-एनसीआर की आबोहवा धुंधली हो गई। धूलकणों में बढ़ोतरी के कारण धूल भरे कोहरे जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। वहीं, बुधवार को सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए हैं। मौसम विभाग ने अगले दो घंटे में बारिश की संभावना जताई है।
दिल्ली-एनसीआर में झमाझम बारिश से मौसम सुहाना हो गया है। बुधवार सुबह से ही आसमान में बादल छाए हुए हैं। मौसम विभाग ने अगल दो घंटे में दिल्ली, उत्तरी दिल्ली, उत्तर-पूर्वी दिल्ली, उत्तर-पश्चिम दिल्ली, पश्चिमी दिल्ली के कई स्थानों और आस-पास के क्षेत्रों में हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश और 30-50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई है।
दिल्ली में मंगलवार को धूलभरी तेज हवाएं चलने से दिल्ली-एनसीआर की आबोहवा धुंधली हो गई। धूलकणों में बढ़ोतरी के कारण धूल भरे कोहरे जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। आलम यह रहा कि सुबह दृश्यता घटकर 1000 मीटर तक रह गई। पश्चिम उत्तर भारत में भयंकर गर्मी, वर्षा की कमी, मिट्टी फैलने और तेज हवा चलने से यह धूल भरा मौसम हुआ है। सुबह तीन बजे से छह बजे तक 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। दिन में हवा की गति कम हो गई। इस कारण से धूल के कण बैठ गए।
दिल्ली का मौसम
बीते कई दिनों से मौसम अलग-अलग रंग दिखा रहा है। पहले मई के शुरूआत में बारिश, फिर अब बीते पांच दिन से गर्मी और फिर धूल भरी धुंध ने लोगों को हैरानी में डाल दिया। मंगलवार सुबह जब लोग उठे तो कुछ दिखाई नहीं दे रहा था, घरों में धूल की परत दिखाई दे रही थी। धुंध का आलम यह था कि सोमवार सुबह जो दृश्यता 4000 मीटर थी और मंगलवार सुबह घटकर 1000 मीटर तक रह गई। इसका असर वायु गुणवत्ता पर भी पड़ा।
दिल्ली-एनसीआर की हवा हुई खराब
मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार, बीते पांच दिनों से पश्चिम उत्तर भारत में तेज गर्मी, कम बारिश और सूखी मिट्टी है। इस कारण से सोमवार रात से ही धूल भरी हवाएं चलने लगी थी। दिल्ली में सुबह चार बजे पीएम 10 की सघनता 140 माइक्रो ग्राम प्रति क्यूबिक मीटर थी और सुबह 8 बजे बढ़कर 775 माइक्रो ग्राम तक हो गई। यह मुख्य रूप से रात के दौरान चली तेज हवाओं के कारण हुआ। यह धूल जल्द ही उतर जाएगी। विभाग ने इसे स्मॉग नहीं धूल की चादर ही बताया।