दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से आज भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (ACB) ने पूछताछ की। उन पर दिल्ली सरकार के स्कूलों में कक्षाओं और स्कूल भवनों के निर्माण में कथित अनियमितताओं और बड़े पैमाने पर घोटाले का आरोप है। यह मामला 2000 करोड़ रुपये के क्लासरूम घोटाले से जुड़ा है, जिसमें 12,748 क्लासरूम और इमारतों के निर्माण में अनियमितता बरतने का आरोप है।
पूछताछ के दौरान सिसोदिया ने कहा कि यह मामला पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित है और भाजपा फर्जी एफआईआर दर्ज कर रही है। एसीबी ने सिसोदिया को दूसरा समन भेजा था, क्योंकि वे पहले समन पर पेश नहीं हो पाए थे। सिसोदिया के अलावा, दिल्ली के पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन से भी एसीबी ने पूछताछ की थी। जैन को 6 जून को तलब किया गया था और उनसे पांच घंटे तक पूछताछ हुई थी।
आरोप है कि क्लासरूम निर्माण में सामान्य से करीब पांच गुना ज्यादा खर्च किया गया। प्रत्येक क्लासरूम पर करीब 24.86 लाख रुपये खर्च किए गए, जबकि ऐसे ही कमरे दिल्ली में करीब 5 लाख रुपये में बनाए जा सकते हैं। एसीबी ने आरोप लगाया है कि निर्माण कार्य उन ठेकेदारों को सौंपा गया जो आम आदमी पार्टी से जुड़े हुए हैं। इससे प्रोजेक्ट की लागत और बढ़ गई। पूछताछ के बाद सिसोदिया दोपहर 2:30 बजे एसीबी कार्यालय से रवाना हुए। एसीबी के संयुक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि इस मामले में जांच अभी जारी है ।