धर्म, अध्यात्म, संस्कृति और परंपराओं को कायम रखना हर ब्राम्हण का दायित्व : उप मुख्यमंत्री शुक्ल

कटनी

उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि धर्म, अध्यात्म, संस्कृति और परंपराओं को कायम रखना और उसे मजबूत बनाने का दायित्व ब्राम्हण समाज का है । ब्राम्हण वर्ग ने सदैव खुद से पहले समाज के सभी वर्गों के कल्याण की कामना की है। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने यह बात कटनी में जिला स्तरीय ब्राम्हण एवं जिला स्तरीय ब्राम्हण मेधावी छात्र-छात्राओं के सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए कही।

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि संगठन में ही शक्ति होती है और संगठित होकर ही ब्राम्हण समाज को सशक्त और मजबूत बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज इस मंच से सम्मानित होने वाले प्रतिभावान छात्र-छात्राओं के चेहरे पर खुशी की चमक दिख रही है और माता-पिता भी गौरवान्वित है। शुक्ल ने कहा कि समाज में अच्छा काम करने वालों का सम्मान करना हमारी गौरवशाली परंपरा रही है। उन्होंने समाज के मेधावी बच्चों से प्रेरणा लेकर अन्य छात्र-छात्राओं को भी परीक्षा की तैयारी करने और अपनी कमियां दूर कर परीक्षा में अच्छे अंक अर्जित करने की सीख देते हुए कहा कि परीक्षा में कम अंक आने पर छात्र हताश और निराश न हों और अच्छे अंक लाने की सतत कोशिश करते रहें। उन्होंने यूपीएससी 2024 की परीक्षा की टॉपर शक्ति दुबे का जिक्र करते हुए कहा कि शक्ति ने कई बार के प्रयासों के बाद यूपीएससी की परीक्षा में सर्वोच्च अंक अर्जित किया, जो सभी छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणास्पद है। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि ब्राम्हण समाज सिर्फ अपने लिए नहीं, अपनो के लिए है। दीन-दुखियों, पीडि़तों, गरीबों और वंचितों के लिए है। इनकी चिंता करने से समाज में मान-सम्मान मिलेगा।

कार्यक्रम में विजराघवगढ़ विधायक संजय सत्येंद्र पाठक, बहोरीबंद विधायक प्रणय प्रभात पाण्डेय, पूर्व विधायक सुनील मिश्रा, ब्राम्हण समाज के शहर अध्यक्ष रामचन्द्र तिवारी, ब्राम्हण समाज ग्रामीण अध्यक्ष और नगर निगम अध्यक्ष मनीष पाठक मौजूद रहे। इस मौके पर माध्यमिक शिक्षा मंडल और सीबीएसई की कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने वाले समाज के मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया।

 

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