दिल्ली के नरेला औद्योगिक क्षेत्र में 28 जून की रात सुनील मंडल की हत्या लूटपाट के इरादे से एक 15 साल के नाबालिग ने की थी। पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की जांच के बाद वारदात के छह घंटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से हत्या में इस्तेमाल तवा और चाकू के साथ ही 1500 रुपये और दो फोन बरामद किए गए हैं। पुलिस उपायुक्त हरेश्वर वी स्वामी ने बताया कि आरोपी पर पहले से कोई मामला दर्ज नहीं था, जिसे जुवेनाइल अदालत में पेश करने के बाद बाल सुधार गृह में भेज दिया गया है।
बाहरी उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त हरेश्वर वी स्वामी ने बताया कि नरेला औद्योगिक क्षेत्र थाने की पुलिस को होलंबी कला में हत्या की खबर मिलने पर पहुंची पुलिस ने क्राइम और फोरेंसिक टीम को मौके पर बुलाया। टीम ने मौके से खून से सने सामान, एक सिम कार्ड और एक टूटा हुआ मोबाइल फोन सहित कई साक्ष्य जब्त किए। शिकायतकर्ता लल्लू के बयान पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया। जांच के दौरान पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले, जिसमें एक लड़का मृतक के साथ घर में घुसता और बाद में उसे बाहर निकलते देखा गया। पूछताछ में नाबालिग ने बताया कि उसने सुनील के सोने के बाद तवे से उसके सिर पर हमला किया और फिर चाकू से गला रेतने के बाद 1500 रुपये और दो मोबाइल फोन लेकर भाग गया। पुलिस ने आरोपी नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया और उसके कब्जे से हत्या में इस्तेमाल तवा और चाकू बरामद किए।
नाबालिग ने पुलिस को बताया कि वह सुनील मंडल को पहले से जानता था, जो शादी समारोह में बचा हुआ खाना लाता था और उसे खिलाता था। सुनील ने बताया था कि शनिवार की रात काम से लौटते समय उसके पास दस हजार रुपये होंगे, जिसे सुनकर नाबालिग ने लूटने की योजना बनाई। योजना के तहत वह सुनील के घर गया और उसके सोने के बाद उसकी हत्या कर दी। हालांकि, सुनील के पास से 10 हजार रुपये नहीं मिले, तो नाबालिग जो रकम मिली वह लेकर भाग गया। पुलिस जांच में पता चला कि सुनील ने पैसे वेटरों को दे दिए थे।