राजधानी दिल्ली के दिल्ली कैंट इलाके से खौफ़नाक वारदात सामने आई है। इस इलाके में आपसी रंजिश के चलते एक युवक की चाकुओ से गोदकर हत्या कर दी गयी। बता दे की मृतक की 2 दिन बाद शादी होने वाली थी।
हत्या का ये खौफनाक मंजर मृतक के पिता ने अपनी आँखों से देखा ,वह मदद के लिए गुहार लगते रहे लेकिन कोई भी व्यक्ति उनके बेटे की मदद के लिए आगे नहीं आया। हालाँकि इस वारदात में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मृतक दिल्ली कैंट इलाके के झरेड़ा गांव में अपने परिवार के साथ रहता था और शादी से 2 दिन पहले ही 35 बार चाकुओ से वार कर उसकी हत्या कर दी गयी। युवक पर चाकू और ब्लेड द्वारा शरीर पर 35 बार वर किये गए। इस वारदात में दो आरोपी शामिल है। दोनों झरेड़ा गांव के ही निवासी है। दोनों आरोपियों ने पहले युवक को घर से बुलाया फिर अपने साथ साथ गांव में स्थित बारात घर के पास ले गए। वहां सरेआम युवक को पिता के सामने मारा गया।
परिजनों का कहना है की जब इस वारदात को अंजाम दिया गया तब उस जगह पर बहुत सारे लोग जमा हो गए थे लेकिन किसी ने भी आगे आकर उन आरोपियों को रोकने की कोशिश नहीं की।
साउथ-वेस्ट दिल्ली के डीसीपी मनोज सी ने बताया कि मृतक युवक का नाम आशीष उर्फ धानू है। 22 साल के आशीष अपने परिवार के साथ झरेड़ा गांव में रहते थे। इनकी हत्या के आरोप में गिरफ्तार आरोपियों में विकास उर्फ फट्टी उर्फ नकुल और वंशू हैं। 25 और 22 साल के दोनों आरोपी भी झरेड़ा गांव के रहने वाले हैं और नशा करते हैं, जिन्हें आशीष पहले से जानते भी थे। आरोपी विकास ई-रिक्शा चलाने का काम करता था। यह पहले भी दो मामलों में शामिल रहा है, जबकि वंशू एक मीट की दुकान में काम करता है। इसके खिलाफ भी पहले तीन मामले हैं। पुलिस का कहना है कि मृतक भी 2022 में लूट के एक मामले में आरोपी था।
पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपियों ने पूछताछ में बताया है कि उनकी आशीष से 2021 से कोई रंजिश चल रही थी। पैसों का भी कुछ लेनदेन बताया गया है। इसी को लेकर वह आशीष की हत्या करना चाहते थे। वह 24 जून की सुबह से ही उसके घर के बाहर चक्कर काट रहे थे। शाम को जब आशीष अपने घर आया। तब उन्होंने उसे शाम करीब 6 बजे बुलाया। वह वाई-फाई लगवाने जा रहा था। वह दोनों उसे स्कूटर पर गांव में ही स्थित बरात घर के पास ले गए। जहां उसकी चाकू और ब्लेड मारकर हत्या कर दी गई।
पुलिस का कहना है कि घटना के आई विटनेस मृतक आशीष के पिता आनंद भी हैं, जो आरोपियों को आशीष को बुलाता देख इनके पीछे-पीछे बरात घर तक आ गए थे। उन्हीं के सामने उनके बेटे की हत्या कर दी गई। वह मदद की गुहार लगाते रहे लेकिन किसी ने भी उनकी मदद नहीं की। खून से लथपथ हालत में आशीष मौके पर ही पड़ा रहा। फिर उन्हें एम्स ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। तफ्तीश के दौरान एसएचओ कुमार संतोष, इंस्पेक्टर अशोक कुमार और एसपी समारिया की टीम ने रविवार को दोनों फरार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। परिजनों का कहना है कि 26 जून को आशीष की कोर्ट मैरिज थी। लेकिन इससे पहले ही उनके बेटे की हत्या कर दी गयी।