काबुल। अफ़ग़ानिस्तान पर तालिबान ने अब शासन कर रहा है। तालिबान का कहना है कि अफ़ग़ानिस्तान में महिलाओ के ब्यूटी सैलून पर पाबंदी लगा दी गई है। तालिबानियों का कहना है कि सैलून ऐसी सेवाए देते है जो इस्लाम में हराम है। और विवाह के दौरान दूल्हे के परिवार के लिए यह आर्थिक परेशानी का भी कारण बनते है। तालिबान का यह बयान तब आया जब कुछ दिन पहले ही उन्होंने सैलून पर पाबंदी लगा दी है और कारोबारियों को एक महीने का समय दिया है ताकि वह अपना करोबर समेट ले। तालिबान के इस फरमान पर अंतरराष्ट्रीय अधिकारियों ने महिला उद्यमियों पर इसके प्रभाव को लेकर चिंता जताई है।
अफगान महिलाओं एवं लड़कियों की आजादी और उनके अधिकारों पर पाबंदी लगाने वाला यह कोई पहला फैसला नहीं है। इससे पहले भी तालिबान महिलाओं एवं लड़कियों पर कई तरह की पाबंदियां लगा चुका है। बता दे कि अगस्त 2021 में अमेरिका और नाटो सौनिकों के अफगानिस्तान से जाने के बाद, तालिबान ने देश की सत्ता पर कब्जा कर लिया था और 1990 के दशक के अपने पिछले शासनकाल की तुलना में अधिक उदारवादी शासन प्रदान करने का वादा किया था।
इस्लामिक अमीरात ने लड़कियों और महिलाओं को स्कूलों, विश्वविद्यालयों में जाने और गैर सरकारी संगठनों में काम करने के साथ-साथ सार्वजनिक क्षेत्रों जैसे पार्क, सिनेमा और अन्य मनोरंजन क्षेत्रों में जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
तालिबान द्वारा इस तरह के प्रतिबंध लगाने की अंतर्राष्टीय स्तर पर आलोचना हो रही है।