बेंगलुरु। बेंगलुरु के सरकारी बस कंडक्टर के टोपी पहनने पर महिला यात्री ने सवाल उठाया। इसके बाद कंडक्टर को अपनी टोपी उतारनी पड़ी। महिला का कहना था कि अपने धर्म का पालन करना है तो घर या मस्जिद में करो। सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो तेज़ी से वायरल हो रहा है। जानकारी के अनुसार यह मामला 10 दिन पुराना है। जहाँ एक बस कंडक्टर ड्यूटी के दौरान टोपी पहना हुआ था। ऐसे में एक महिला यात्री ने वर्दी के साथ टोपी पहनने पर आपत्ति जताई। महिला ने कंडक्टर से पूछा कि क्या उसे अपनी वर्दी के साथ टोपी पहनने की इजाजत है क्या? क्या ये टोपी उसके ड्रेस कोड का हिस्सा है? कंडक्टर कहना था कि वह कई सालो से टोपी पहन रहा है और इससे पहले किसी ने आपत्ति नहीं जताई। जिसके बाद महिला ने कहा कि उसे अपने धर्म का पालन घर या मस्जिद में करना चाहिए। साथ ही कहा कि एक सरकारी कर्मचारी ड्यूटी के दौरान टोपी नहीं पहन सकता। बेहस के दौरान कंडक्टर ने महिला से कहा कि टोपी पहनने की परमिशन तो हो सकती है। इस पर महिला ने कहा कि आपको नियमों की सही जानकारी नहीं है। आपको टोपी हटाकर नियमों का पालन करना चाहिए। अंत में उस बस कंडक्टर ने अपनी टोपी उतार दी।