मुंबई के मलाड इलाके में एक ट्यूशन टीचर ने 7 साल के मासूम छात्र की बेरहमी से पिटाई की और उसके हाथों को मोमबत्ती से जला दिया। आरोपी टीचर ने ऐसा इसलिए किया क्योंकि छात्र की लिखावट खराब थी। छात्र के परिजनों ने कुरार पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी टीचर को गिरफ्तार कर लिया। जानकरी यह भी सामने आई हैं कि वह पहले भी बच्चो को इसी तरह की सजा देती रही हैं।
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 324 के तहत मामला दर्ज किया है, जिसमें आरोपी टीचर को गंभीर दंड का सामना करना पड़ सकता है। आरोपी टीचर को बोरीवली कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां पुलिस उसकी रिमांड की मांग करेगी ताकि मामले की आगे की जांच की जा सके। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर भारी गुस्सा है और वे मांग कर रहे हैं कि आरोपी को सख्त से सख्त सजा दी जाए। छात्र के परिजनों का कहना है कि उनका बच्चा मानसिक आघात में है और उन्हें न्याय चाहिए। वे चाहते हैं कि आरोपी टीचर को कड़ी से कड़ी सजा मिले ताकि भविष्य में कोई भी ऐसा करने से पहले सोचे।
शिकायतकर्ता पिता का कहना हैं कि इस तरह की घटनाएं बच्चों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा के मुद्दे को उठाती हैं। बच्चों को सुरक्षित और संरक्षित माहौल में शिक्षा प्रदान करना हमारा कर्तव्य है। हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे बच्चे सुरक्षित हैं और उनके साथ किसी भी प्रकार की हिंसा या दुर्व्यवहार नहीं हो। वे मांग कर रहे हैं कि पुलिस और शिक्षा विभाग को भी इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने होंगे। शिक्षकों को बच्चों के साथ मारपीट या दुर्व्यवहार करने से रोकने के लिए सख्त नियम और दिशानिर्देश बनाने होंगे। साथ ही, बच्चों को भी अपने अधिकारों और सुरक्षा के बारे में जागरूक करना होगा ताकि वे अपने साथ होने वाले किसी भी दुर्व्यवहार की रिपोर्ट कर सकें।