सदर विधानसभा किशनगंज (वार्ड 71)
कस्टोडियन प्रॉपर्टी पर बन रही है बहुमंजिला इमारतें
नई दिल्ली। नगर निगम के बिल्डिंग विभाग की मिलीभगत से उत्तरी दिल्ली के सिटी सदर-पहाड़गंज जोन के अंतर्गत आने वाले किशनगंज वार्ड में बीते कई सालों से अवैध बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन का कार्य जोरों से चल रहा है। हैरानी की बात यह है कि यह अवैध बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन कस्टोडियन प्रॉपर्टी पर हो रहा है जबकि इन प्रॉपर्टीज पर कंस्ट्रक्शन करना तो दूर थोड़ा सा भी परिवर्तन नहीं किया जा सकता, लेकिन इस क्षेत्र में बिल्डरों द्वारा दिल्ली नगर निगम के बिल्डिंग विभाग और स्लम विभाग के साथ मिलकर कस्टोडियन प्रॉपर्टी पर बहुमंजिला इमारते बनाकर इन्हें फ्लोर वाइस बेचा जा रहा है।
आपको बता दें यह कस्टोडियन प्रॉपर्टी स्लम विभाग के अंतर्गत आती हैं और इन पर मालिकाना हक नहीं होता लेकिन बिल्डर लॉबी द्वारा पावर ऑफ अटॉर्नी पर ही कच्ची खरीद-फरोख्त कर इन प्रॉपर्टीज पर बिल्डिंग निर्माण किया जा रहा हैं, ऐसे में आम जनता को भी भ्रमित कर उन्हें ऊंचे दामों पर फ्लैट बेच दिए जाते हैं क्योंकि इन फ्लैटों की पक्की रजिस्ट्री होती ही नहीं है यदि कोई खरीदार पक्की रजिस्ट्री पर अड़ जाता है तो ये बिल्डर उसे विभागीय सेटिंग कर फर्जी रजिस्ट्री करवा देते हैं। किशनगंज में बीते कई सालों से इस तरह की कस्टोडियन प्रॉपर्टी पर अवैध बिल्डिंग निर्माण कर फ्लैट बनाकर बेचे जा रहे है।
गौरतलब है कि किशनगंज इलाके में बिल्डर माफिया निगम अधिकारियों के साथ मिलकर धड़ल्ले से कस्टोडियन प्रॉपर्टी पर भवन निर्माण का कार्य कर रहे है तथा आम जनता को धोखा व उनकी मेहनत की कमाई से खिलवाड़ कर रहे है, ऐसे में बिल्डिंग के सभी फ्लैट्स बिल्डर बेच भी देता है तब कार्रवाई के बाद कस्टोडियन प्रॉपर्टी के लेंटर पिक्चर नहीं बल्कि पूरी बिल्डिंग को सील कर दिया जाता है और कोई भी ऐसे में प्रॉपर्टी को डी-सील नहीं करा सकता। आपको बता दे कि किशनगंज के कश्मीरी बाग में प्लॉट नंबर 418, जो कि कस्टोडियन प्रॉपर्टी है, पर बिल्डर ने बिल्डिंग विभाग और स्लम विभाग से सांठगांठ कर यहां 4 मंजिला इमारत खड़ी कर दी है। जहां कस्टोडियन प्रॉपर्टी पर एक ईंट इधर से उधर नहीं हो सकती वहां बिल्डर ने बहुमंजिला इमारत खड़ी कर दी है, जो आम जनता को मूर्ख बनाकर मोटे दामों पर बेची जाएगी।