दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में रैपर बादशाह के स्वामित्व वाले सेविले बार एंड लाउंज और डिओरा क्लब पर हुए बम हमले के मामले में एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने इस हमले के मास्टरमाइंड दीपक कंडा बराड़ उर्फ दीपक, सज्जन, और रोहित जोशी को निजामुद्दीन, दिल्ली से गिरफ्तार किया है। दीपक, जो पंजाब के फरीदकोट का निवासी है, कनाडा में बैठे खालिस्तानी आतंकी गोल्डी बराड़ के इशारे पर इस हमले को अंजाम दे रहा था।
पिछले साल 26 नवंबर, 2024 को चंडीगढ़ के सेक्टर-26 में दो क्लबों के बाहर दो कम तीव्रता वाले विस्फोट हुए थे। इन हमलों में कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन क्लबों के शीशों को नुकसान पहुंचा था। सीसीटीवी फुटेज में दो व्यक्ति बम फेंकते और मोटरसाइकिल पर भागते नजर आए थे। हमले के बाद गोल्डी बराड़ ने एक कथित सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए इसकी जिम्मेदारी ली थी, जिसमें उसने रंगदारी न देने की सजा के तौर पर इस घटना को अंजाम देने की बात कही थी।
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, दीपक कंडा बराड़ गोल्डी बराड़ के साथ लगातार संपर्क में था और एक एन्क्रिप्टेड ऐप के जरिए उससे निर्देश लेता था। पूछताछ में दीपक ने खुलासा किया कि गोल्डी ने हमले के लिए हथियार, गोला-बारूद और अन्य सामग्री की व्यवस्था की थी। दीपक को विदेश भेजने का लालच देकर गोल्डी ने उसका फर्जी पासपोर्ट बनाने का वादा किया था और इसके लिए उसकी तस्वीरें भी मांगी थीं।
गिरफ्तार किए गए रोहित जोशी की तलाश अमृतसर पुलिस को एक हत्या के मामले में थी। उसके पास से एक ऑटोमेटिक पिस्टल भी बरामद की गई है। सज्जन और रोहित दोनों ही गोल्डी बराड़ के निर्देशों के तहत अगली आपराधिक वारदात की योजना बना रहे थे। पुलिस ने बताया कि तीनों दिल्ली में हथियार लेने आए थे और गोल्डी के अगले आदेश का इंतजार कर रहे थे।
इससे पहले, चंडीगढ़ पुलिस और हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स ने 29 नवंबर, 2024 को हरियाणा के हिसार जिले में एक एनकाउंटर के बाद दो अन्य आरोपियों, विनय और अजीत सहरावत को गिरफ्तार किया था। दोनों को पैर में गोली लगने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दिल्ली पुलिस अब दीपक और अन्य आरोपियों से पूछताछ कर इस साजिश के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने की कोशिश कर रही है।
पुलिस के अनुसार, यह हमला रंगदारी वसूलने के इरादे से किया गया था, और गोल्डी बराड़ के साथ-साथ लॉरेंस बिश्नोई गैंग से भी इसके तार जुड़े हैं। जांच में यह भी पता चला है कि दीपक पर पहले से हत्या के प्रयास सहित कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस इस मामले में अन्य संदिग्धों की तलाश में छापेमारी कर रही है ताकि इस आतंकी साजिश को पूरी तरह से उजागर किया जा सके।