यह खबर नई दिल्ली के राजा गार्डन इलाके में हुए एक दुखद हादसे की है, जहां सोमवार दोपहर एक इलेक्ट्रॉनिक्स शोरूम में आग लगने से चार लोगों की मौत हो गई और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। मृतकों में तीन युवतियां—अमनदीप कौर (22), आयुषी (22), पायल (20)—और एक युवक रवि कुमार (28) शामिल हैं। घायल संदीप शर्मा (25) को गंभीर हालत में सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
हादसा महाजन इलेक्ट्रॉनिक्स शोरूम में दोपहर करीब 3:00 बजे हुआ। पुलिस को प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट से आग लगने की आशंका है। शोरूम की पहली मंजिल पर आग लगी, जिसका धुआं तेजी से पूरी इमारत में फैल गया। दूसरी मंजिल पर गोदाम में खाना खा रहे पांच कर्मचारी फंस गए। धुएं और वेंटिलेशन की कमी के कारण चार लोगों की दम घुटने से मौत हो गई।
अमनदीप की कहानी
अमनदीप कौर, जो शोरूम में कैशियर थी, ने हाल ही में अपनी मां परमिंदर कौर से शोरूम की खराब स्थिति के बारे में शिकायत की थी। उसने बताया था कि पहली और दूसरी मंजिल पर हवा आने-जाने का कोई रास्ता नहीं था, जिससे उसे घुटन महसूस होती थी। उसने नौकरी छोड़ने की इच्छा जताई थी, लेकिन मां ने उसे दिवाली तक रुकने की सलाह दी थी। इस फैसले का मां को बाद में गहरा पछतावा हुआ। हादसे की खबर मिलते ही परमिंदर डीडीयू अस्पताल पहुंचीं, जहां बेटी का शव देखकर वह फूट-फूटकर रोने लगीं।अमनदीप के अंकल सुनील ने बताया कि उनका परिवार रघुबीर नगर में रहता है। परिवार में पिता जगजीत सिंह, जो करोल बाग में छोटी दुकान चलाते हैं, मां परमिंदर, छोटा भाई सावन और बड़ी बहन परमजीत कौर हैं। अमनदीप ने पिछले साल अक्टूबर में शोरूम में नौकरी शुरू की थी।
हादसे का विवरण
पुलिस और दमकल विभाग को सूचना मिलते ही पांच दमकल गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। करीब सवा घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। शोरूम की दूसरी मंजिल पर वेंटिलेशन की कमी के कारण धुआं भर गया था, जिससे वहां फंसे लोगों का दम घुट गया। दमकलकर्मियों ने दीवार तोड़कर वेंटिलेशन बनाया, तब जाकर बचाव कार्य शुरू हो सका।
हादसे के समय शोरूम में 15-20 लोग मौजूद थे, जिनमें से ज्यादातर बाहर निकल गए। लेकिन दूसरी मंजिल पर गोदाम में खाना खा रहे अमनदीप, आयुषी, पायल, रवि और संदीप फंस गए। संदीप किसी तरह सीढ़ियों से नीचे उतरे, लेकिन गंभीर हालत में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। बाकी चार कर्मचारियों को अचेत अवस्था में डीडीयू और गुरु गोबिंद सिंह अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस जांच और परिजनों की मांग
पश्चिम जिला पुलिस उपायुक्त विचित्र वीर ने बताया कि शोरूम मालिक मानस महाजन की तलाश की जा रही है। पुलिस ने लापरवाही से मौत का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। क्राइम टीम और फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं। परिजनों ने पुलिस से हादसे की गहन जांच की मांग की है। शोरूम में काम करने वाले एक कर्मचारी ने बताया कि अमनदीप कैशियर थी, रवि सेल्समैन था, जबकि पायल और आयुषी सेल्स टीम का हिस्सा थीं। गोदाम में टीवी, फ्रिज और अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामान भारी मात्रा में रखा था, और वहां वेंटिलेशन की कोई व्यवस्था नहीं थी।
परिवारों का दर्द
हादसे की खबर सुनकर आयुषी, पायल और रवि के परिजन भी अस्पताल पहुंचे। सभी का रो-रोकर बुरा हाल था। परमिंदर ने बार-बार यही कहा कि अगर वह अमनदीप की बात मानकर उसे नौकरी छोड़ने देतीं, तो शायद उनकी बेटी आज जिंदा होती। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह हादसा कार्यस्थल पर सुरक्षा मानकों की कमी और वेंटिलेशन की अनदेखी का दुखद उदाहरण है।