मंगेतर ने शादी का झांसा देकर युवती से की धोखाधड़ी, आरोपी गिरफ्तार

दिल्ली।

राजधानी दिल्ली से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया हैं। जहां करोल बाग की रहने वाली एक युवती, जो अपने भाई के साथ रहती है। वह अपने मंगेतर नीतिश वर्मा के धोखे का शिकार हो गई। युवती के माता-पिता का देहांत हो चुका है, और उसका भाई प्रॉपर्टी के कारोबार और किराए से अच्छी कमाई करता है। वर्ष 2003 में युवती के पिता ने उसकी शादी के लिए एक किलो सोने की ईंट खरीदी थी, साथ ही सोने और हीरे के कीमती आभूषण भी बनवाए थे।

सूत्रों के अनुसार, लगभग दो वर्ष पहले युवती की मुलाकात नीतिश वर्मा से हुई, जो ज्वेलरी बनाने का काम करता था। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और वे सहमति से एक साथ रहने लगे। फरवरी 2024 में भाई ने दोनों की सगाई करवा दी। साथ रहते समय नीतिश ने युवती के घर से एक करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के आभूषण, जिसमें तीन भारी सोने के सेट, चार हीरे के सेट, सोने की अंगूठियां, चूड़ियां, कड़े और चांदी के सामान शामिल थे, चुरा लिए। युवती को शक हुआ, लेकिन उसने इसे अनदेखा कर दिया।

अगस्त 2024 में पुलिस ने मामला दर्ज किया, लेकिन दोनों तब भी साथ रह रहे थे। उनकी शादी 18 अगस्त 2025 को तय थी। शादी के लिए नए आभूषण बनवाने के इरादे से युवती ने एक किलो सोने की ईंट पर निशान लगाकर नीतिश को सौंपी। नीतिश ने ईंट ले ली, लेकिन बाद में दावा किया कि वह नकली थी। युवती ने उसे वापस बुलाया और जब ईंट देखी, तो पाया कि असली ईंट की जगह नकली रखी गई थी। उसका शक पक्का हो गया।

युवती ने नीतिश से सख्ती से पूछताछ की और पुलिस में शिकायत की धमकी दी। तब नीतिश ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि उसने सोने की ईंट को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर अलग-अलग ज्वेलर्स को बेच दिया। इससे मिले पैसों से उसने देहरादून में 42 लाख रुपये का प्लॉट खरीदा और 80 लाख रुपये अपने माता-पिता को दे दिए, जिनसे दिल्ली, देहरादून, मसूरी और हरिद्वार में प्रॉपर्टी खरीदी गई।

नीतिश मौका पाकर फरार हो गया, लेकिन स्थानीय पुलिस और एंटी नारकोटिक्स सेल ने उसे गाजियाबाद के कौशांबी से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब चुराए गए आभूषणों और संपत्ति का पता लगाने के लिए नीतिश से पूछताछ कर रही है।

करोल बाग की रहने वाली एक युवती, जो अपने भाई के साथ रहती है, अपने मंगेतर नीतिश वर्मा के धोखे का शिकार हो गई। युवती के माता-पिता का देहांत हो चुका है, और उसका भाई प्रॉपर्टी के कारोबार और किराए से अच्छी कमाई करता है। वर्ष 2003 में युवती के पिता ने उसकी शादी के लिए एक किलो सोने की ईंट खरीदी थी, साथ ही सोने और हीरे के कीमती आभूषण भी बनवाए थे।

लगभग दो वर्ष पहले युवती की मुलाकात नीतिश वर्मा से हुई, जो ज्वेलरी बनाने का काम करता था। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और वे सहमति से एक साथ रहने लगे। फरवरी 2024 में भाई ने दोनों की सगाई करवा दी। साथ रहते समय नीतिश ने युवती के घर से एक करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के आभूषण, जिसमें तीन भारी सोने के सेट, चार हीरे के सेट, सोने की अंगूठियां, चूड़ियां, कड़े और चांदी के सामान शामिल थे, चुरा लिए। युवती को शक हुआ, लेकिन उसने इसे अनदेखा कर दिया।

अगस्त 2024 में पुलिस ने मामला दर्ज किया, लेकिन दोनों तब भी साथ रह रहे थे। उनकी शादी 18 अगस्त 2025 को तय थी। शादी के लिए नए आभूषण बनवाने के इरादे से युवती ने एक किलो सोने की ईंट पर निशान लगाकर नीतिश को सौंपी। नीतिश ने ईंट ले ली, लेकिन बाद में दावा किया कि वह नकली थी। युवती ने उसे वापस बुलाया और जब ईंट देखी, तो पाया कि असली ईंट की जगह नकली रखी गई थी। उसका शक पक्का हो गया।

युवती ने नीतिश से सख्ती से पूछताछ की और पुलिस में शिकायत की धमकी दी। तब नीतिश ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसने बताया कि उसने सोने की ईंट को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर अलग-अलग ज्वेलर्स को बेच दिया। इससे मिले पैसों से उसने देहरादून में 42 लाख रुपये का प्लॉट खरीदा और 80 लाख रुपये अपने माता-पिता को दे दिए, जिनसे दिल्ली, देहरादून, मसूरी और हरिद्वार में प्रॉपर्टी खरीदी गई।

नीतिश मौका पाकर फरार हो गया, लेकिन स्थानीय पुलिस और एंटी नारकोटिक्स सेल ने उसे गाजियाबाद के कौशांबी से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अब चुराए गए आभूषणों और संपत्ति का पता लगाने के लिए नीतिश से पूछताछ कर रही है।

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Author: Office Desk

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