सदर विधान सभा मे चल रहा है नकली सोशल मीडिया आईडी का धंधा।

फर्जी आईडी चलाने वालों ने नीपा खान, अनिका सिंह, बिपाशा खान, तान्या चावला, निधि पांडे को अब बना दिया है गीता बंसल

दिल्ली अप टू डेट। दिल्ली।

आज के डिजिटल युग में तकनीक को सहारा बना कर कुछ नेता अपनी तमाम खामियों को छुपा कर जनता को गुमराह करने में महारत हासिल कर चुके हैं। सोशल – मीडिया प्लेटफॉर्म जिसमें फेसबुक, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम पर कई फेक आईडी से भ्रामक और फेक खबरें व आपत्तिजनक संदेश और बातें फैलाई जा रही हैं। ऐसा ही कुछ सदर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत चल रहा है। ज्ञात रहे क्षेत्र में बीते चंद सालों से नफरत फैलाने वाले और छवि धूमिल करने वाले – व्हाट्सएप ग्रुप काम कर रहे हैं इनमें तीन-चार लोग ही हैं जो अलग- अलग आईडी और फेक नंबरों का प्रयोग करके आपत्तिजनक पोस्ट करते हैं।

क्षेत्र के कई प्रतिष्ठित व बुद्धिजीवियों का कहना है कि यह २ सब स्थानीय विधायक की शह पर – उनके गुर्गे ही कर रहे हैं। क्षेत्र में नफरत वाली राजनीति करने में माहिर इन लोगों ने कुछ युवाओं और आपराधिक मानसिकता वाले लोगों को हायर किया हुआ है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ग्रुप में -अनैतिक और अशांति फैलाने 7 वाले भ्रामक संदेश भेजें जाते हैं जबकि इन ग्रुप्स में कई महिलाएं – भी होती हैं जिन्हें इस तरह के – मैसेज से आपत्ति होती है तो वह – ग्रुप लेफ्ट कर देती है लेकिन इन ग्रुप्स के एडमिन उन्हें फिर से ग्रुप में ऐड कर देते हैं, जिससे न महिलाएं भी काफी परेशान है ऐसे में स्थानीय पुलिस और साइबर शाखा वाले इन असामाजिक तत्वों

और इन ग्रुप्स पर अंकुश लगाने तथा इन ग्रुप्स को चलाने वाले ऐडिमन पर लगाम लगाने में नाकाम नजर आ रही हैं, क्योंकि ये सब स्थानीय विधायक के शह पर ही किया जा रहा है। ज्ञात रहे 12 फरवरी को किंतन सारस्वत के परिवार द्वारा धरना समाप्त किए जाने के बाद इन्हीं ग्रुप द्वारा कई अश्लील भ्रामक और अशांति फैलाने वाले संदेश भेजे गए थे जिसके बाद मृतक बच्चे के परिजनों की भावनाएं आहत हुई थी किंतु उसके बावजूद भी पुलिस ने इन पर कोई भी कार्रवाई नहीं की।


गीता बंसल के नाम से नकली फेसबुक आईडी बनाकर किया जा रहा है माहौल अशांत

नकली फेसबुक और व्हाट्सएप आईडी का एक जीता जागता उदाहरण आपके सामने है आप इस महिला को देख सकते हैं इस नकली फेसबुक आईडी पर इस महिला की फोटो लगी हुई है और जिसमें इसका नाम गीता बंसल बताया गया है। यह आईडी 31 जनवरी को ही क्रिएट की गई थी और उसके बाद से ही इसी नकली आईडी से क्षेत्र के कई लोगों को टारगेट कर बदनाम किया जाता है। इस पूरे मामले की हकीकत को जानने के लिए जब हमारी टीम ने इसकी पड़ताल की तो यह महिला की फोटो ही नकली पाई गई और नीचे दी गई फोटो में आप देख सकते हैं कि इस महिला के नाम से कितनी नकली आईडी अलग-अलग नाम से बनी हुई है। अब देखना ये है कि दिल्ली पुलिस इसकी साइबर टीम कितना जल्दी इन नकली आईडी चलाने वालों पर कार्रवाई करती है।

Narender Dhawan
Author: Narender Dhawan

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