Kathua Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में आतंकवादियों और सेना के जवानों के बीच भीषण मुठभेड़ में सेना के 5 जवान शहीद हो गए. साथ ही 5 अन्य घायल हो गए. सेना के सूत्रों ने बताया कि आतंकियों की तरफ से पहले हमले किए गए, जवान की तरफ से जवाबी कार्रवाई की गई. सेना के कुछ वाहन इलाके में नियमित गश्त पर थे. उसी समय घात लगाए बैठे आतंकियों ने उन्हें निशाना बनाया.
मुठभेड़स्थल पर हेलीकाप्टर से पैरा कमांडो भी उतारे गए हैं. ड्रोन और खोजी श्वान की भी मदद ली जा रही है. कठुआ के दूरदराज क्षेत्र में हुए इस हमले के बाद अतिरिक्त सुरक्षाबल भी भेजे गए हैं. सेना और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचकर ऑपरेशन की निगरानी कर रहे हैं.
हाई अलर्ट और हमले के इनपुट के बीच जम्मू-कश्मीर में एक माह में सबसे बड़ा आतंकी हमला अंजाम दिया गया। हिजबुल मुजाहिदीन के दुर्दांत आतंकी बुरहान वानी की बरसी पर सुरक्षाबलों पर हमले के इनपुट सुरक्षा एजेंसियों को पिछले कुछ दिनों से लगातार मिल रहे थे। ऐसे में कठुआ जिले में भी हाई अलर्ट था। बाकायदा सभी एजेंसियों को एहतियात बरतने के निर्देश थे।
खुफिया सूत्रों से लगातार मिल रहे इनपुट के बाद आर्मी स्कूल में भी सोमवार को छुट्टी कर दी गई थी। यह स्कूल ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद सोमवार को खुल रहा था। सुरक्षाबलों के एक वाहन को आतंकियों ने जिले के दूरदराज लोहाई मल्हार के बदनोता से सटे इलाके में निशाना बनाया।
2007 में यहां से हो गया था आतंकियों का सफाया!
27 अक्टूबर 2001 को लोहाई मल्हार में ही कटली रोड पर बारूदी सुरंग बिछाई थी, जिसकी चपेट में आने से पुलिस के एसडीपीओ देवेंद्र शर्मा बलिदान हो गए थे. वर्ष 2007 में इस पूरे क्षेत्र से आतंकियों का सफाया कर इसे आतक मुक्त घोषित कर दिया गया. लेकिन एकबार फिर से इस क्षेत्र में आतंकियों के हमले बढ़ रहे हैं.
कुलगाम में मारे गए थे 6 आतंकी
आतंकियों के खिलाफ जारी अभियान के तहत सुरक्षाबलों ने कश्मीर के कुलगाम जिले में दो मुठभेड़ में 6 आतंकियों को ढेर कर दिया. मारे गए आतंकियों के ठिकाने से जुड़ा एक वीडियो सामने आया था, जिसमें दिख रहा था कि एक घर में बनी आलमारी के भीतर आतंकियों ने गुप्त ठिकाना बना रखा था. हाल के दिनों में सिर्फ़ कुलनाम में हिज़्बुल के छह आतंकी मारे गये हैं.