देश की राजधानी दिल्ली की हवा की स्थिती एक बार फिर बिगड़ गई है। दिल्ली की इस बिगड़ती हवा का मंगलवार को डबल अटैक नजर आया। जहां एक ओर प्रदूषण के कारण तो दुसरी ओर हल्के कोहरे की चादर छाने की वजह से दिल्ली में विजिबिलिटी भी प्रभावित हो गई है। मंगलवार को आंनद विहार इलाके में वायु गुणवत्ता सूचकांक सुबह सात बजे 467 दर्ज हुआ। वहीं, अधिक्तर इलाको में एक्यूआई 400 के पार दर्ज हुआ है। जिसके बाद ग्रेप चार की पाबंदिया लागू हो चुकी है। दिल्ली-एनसीआर में ग्रेप का चौथा चरण लागू कर दिया गया है। ग्रेप के इस चरण के लागू होने के बाद दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएड़ा, नोएड़ा में 5वी तक के स्कूल बंद रहेंगे।कक्षा
10वीं और 12वीं को छोड़कर स्कूल में बाकी की कक्षाएं हाइब्रिड मोड में चलाई जाएंगी। राजमार्ग और फ्लाईओवर के साथ सार्वजनिक व निजी निर्माण कार्य और विध्वंस गतिविधियों पर पाबंदी लगी है। वहीं, बीते गुरुवार को एक्यूआई 379 दर्ज किया गया था। प्रदूषण की गंभीर इस गंभीर स्थिती के बाद सीक्युएम ने ग्रेप की तीसरा की पांबंदियों को लागू कर दिया था। वहीं, दिल्ली में गैर जरूरी सामान लाने वाले ट्रकों के प्रवेश पर भी रोक रहेगी और इसी के साथ दिल्ली की सीमा में प्रवेश करने वाले वाहनों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। सोमवार को रविवार की तुलना में वायु गुणवत्ता सूचकांक में 84 सूचांचक की बढ़ोत्तरी हुई है। यह इस माह का सबसे ज्यादा एक्यूआई है। इस एक्युआई के बाद इससे लोगों को सांस लेने में परेशानी के साथ आंखों में जलन महसूस होने लगी है। जैसे ही एक्युआई 400 पार दर्ज हुआ वैसे ही तत्काल लागू कर दिया गया। एनसीआर में दिल्ली के बाद सबसे अधिक हवा ग्रेटर नोएडा खराब रही। यहां पर एक्यूआई 358 दर्ज हुआ। जबकि, गाजियाबाद में 324, गुरुग्राम में 291, नोएडा में 323, व फरीदाबाद में 194 एक्यूआई रहा। सोमवार को हवा अलग अलग दिशा से छह किलोमीटर प्रतिघंटे की गति से चलीं।
(आईआईटीएम) भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान के अनुसार वेंटिलेशन इंडेक्स 200 वर्ग मीटर रही। यह औसत से कम है। वहीं, अगले 24 घंटे में यह 500 वर्ग मीटर दर्ज की जा सकती है। इसके अलावा मिक्सिंग डेप्थ 600 मीटर रही। कारखानों के निर्माण कार्यों और यातायात पर कड़ी पाबंदियां रहेगी। दिल्ली में ट्रक लोडर समेत अन्य भारी वाहनों को प्रवेश नही मिलेगा।
कच्ची सड़कों पर वहां आवागमन निर्माण सामग्री ले जाने वाले वाहनों पर रोक रहेगी। खुले में कचरा जलाने पर रोक रहेगी, साथ ही पॉलीथिन और प्रदूषणकारी पदार्थों के इस्तेमाल पर भी रोक रहेगी। दिल्ली में ट्रकों के प्रवेश पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। सिर्फ जरूरी सामान लेकर आने वाले ट्रकों व एलएनजी, सीएनजी व इलेक्ट्रिक ट्रकों को आने की अनुमति दी जाएंगी।