उत्तर प्रदेश। आगरा जिले के मलपुरा में एक सनसनीखेज हत्याकांड सामने आया है, जो बॉलीवुड फिल्म दृश्यम की कहानी से मिलता-जुलता है। जिस तरह फिल्म में अभिनेता अजय देवगन ने अपनी बेटी को ब्लैकमेल करने वाले व्यक्ति के शव को ठिकाने लगाया था, उसी तरह एक पिता ने अपनी नाबालिग बेटी का नहाते हुए वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने वाले किशोर की हत्या कर दी। हत्या के बाद शव को ड्रम में रखकर खेत में जला दिया गया और मृतक का मोबाइल खारी नदी में फेंक दिया गया। शव मिलने के बावजूद शुरुआत में उसकी पहचान नहीं हो सकी। छह महीने बाद कोर्ट के आदेश पर मुकदमा दर्ज हुआ, जिसके बाद जांच में पूरा मामला उजागर हो गया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
घटना का विवरण
मलपुरा निवासी 17 वर्षीय किशोर शादी समारोहों में वीडियोग्राफी का काम करता था। वर्ष 2023 में वह अपने गाँव के एक रिश्तेदार हलवाई के घर गया था। वहाँ उसने हलवाई की 16 वर्षीय बेटी का नहाते समय वीडियो बना लिया। इसके बाद उसने किशोरी को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया और उससे 50 हजार रुपये की मांग की। किशोरी ने डर के मारे यह बात अपने पिता को बताई। पिता ने पहले किशोर को समझाने की कोशिश की। मामला एक बार थाने तक भी पहुंचा, लेकिन किशोर ने अपनी गलती मान ली और समझौते के बाद कोई केस दर्ज नहीं हुआ।
हत्या और शव का ठिकाना
18 फरवरी 2024 को किशोर ककुआ गाँव में एक शादी समारोह में वीडियोग्राफी के लिए गया था। उसी दिन वह लापता हो गया। परिजनों ने उसकी तलाश की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। 20 फरवरी 2024 को किशोर के पिता ने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। उधर, सैंया क्षेत्र के एक खेत में एक अधजला शव बरामद हुआ। मलपुरा के किशोर के परिजनों और राजस्थान के मनीराम को शव की पहचान के लिए बुलाया गया। मनीराम ने शव को अपने बेटे का बताया, लेकिन मलपुरा के लापता किशोर का कोई सुराग नहीं मिला। शव की पहचान न होने के कारण पुलिस ने कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की।
कोर्ट के हस्तक्षेप और जांच
किशोर के पिता ने पुलिस की निष्क्रियता के खिलाफ कोर्ट का रुख किया। 11 जून 2024 को कोर्ट के आदेश पर हत्या का मुकदमा दर्ज हुआ। किशोर के पिता ने हलवाई पर शक जताया, क्योंकि पहले भी ब्लैकमेलिंग का मामला थाने तक पहुंचा था। पुलिस ने जांच शुरू की और दोनों पक्षों की कॉल डिटेल खंगाली। 18 फरवरी 2024 को मृतक और आरोपी की लोकेशन खारी नदी के पास मिली। जांच में पता चला कि हलवाई ने अपने भतीजे को रात में फोन कर बुलाया था। मृतक के घर से एक पेन ड्राइव भी बरामद हुई, जिसमें फेसबुक मैसेंजर पर हलवाई और किशोर के बीच हुई चैट के स्क्रीनशॉट थे। इन चैट में हलवाई ने किशोर को घटना वाले दिन अपनी दुकान पर बुलाया था।
डीएनए जांच से खुलासा
एसीपी सैंया डॉ. सुकन्या शर्मा ने बताया कि एसएसआई इजहार अहमद ने जांच में महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए। खेत में मिले शव के विसरा को जांच के लिए भेजा गया। नवंबर 2024 में मृतक के माता-पिता के डीएनए का मिलान किया गया, जिसमें माँ के डीएनए से शव का मिलान हो गया। हाल ही में आई डीएनए रिपोर्ट ने पुष्टि की कि शव उसी लापता किशोर का था। इसके बाद पुलिस ने हलवाई को हिरासत में लिया। सख्त पूछताछ में उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
हत्या का तरीका और शव का निपटारा
हलवाई ने बताया कि किशोर ने उसकी नाबालिग बेटी का नहाते समय वीडियो बनाकर उसे ब्लैकमेल किया था। कई बार समझाने के बावजूद वह नहीं माना। हलवाई ने फेसबुक मैसेंजर के जरिए किशोर को अपनी दुकान पर बुलाया। वहाँ उसने पीछे से मफलर से किशोर का गला घोंट दिया और पक्का करने के लिए लोहे के तार से भी गला दबाया। इसके बाद उसने अपने भतीजे नित्यकिशोर को बुलाया और एक ड्रम मंगवाया। शव को ड्रम में रखकर दोनों खारी नदी के पास गए, जहाँ किशोर का मोबाइल फेंक दिया गया। उसकी बाइक को वहीं छोड़ दिया गया। फिर शव को ड्रम में रखकर सैंया के एक सुनसान खेत में ले जाया गया और पेट्रोल डालकर जला दिया। हत्या के बाद हलवाई ने अपनी मिठाई की दुकान बंद कर दी और दिल्ली चला गया।
आरोपी की पृष्ठभूमि और गिरफ्तारी
पुलिस के अनुसार, हलवाई ने पांच साल पहले इज़राइल में शेफ की नौकरी की थी, जिससे उसके पास अच्छी खासी रकम थी। आगरा लौटने के बाद उसने मिठाई की दुकान खोली थी। हत्याकांड के बाद वह साउथ अफ्रीका भागने की योजना बना रहा था और उसने वीजा भी बनवा लिया था। लेकिन मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस ने उसका वीजा रद्द करवा दिया। हत्या में इस्तेमाल किया गया मफलर जला दिया गया था, लेकिन लोहे का तार पुलिस ने बरामद कर लिया।