शेखपुरा
सावन के महीने में जहां झूला झूलना परंपरा, उमंग और आनंद का प्रतीक होता है, वहीं बिहार के शेखपुरा जिले से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। करंडे थाना क्षेत्र के अस्थावां गांव में झूले की रस्सी में फंसकर 12 वर्षीय मासूम बच्ची की मौत हो गई। यह घटना पूरे गांव को गहरे शोक में डाल गई है।
मृतक की पहचान अस्थावां गांव निवासी रंजीत यादव की पुत्री मुस्कान कुमारी के रूप में हुई है। मुस्कान चौथी कक्षा की छात्रा थी और गांव के सरकारी विद्यालय में पढ़ती थी। घटना के वक्त वह घर पर अकेली थी, जबकि उसके माता-पिता और अन्य परिजन खेत में धान की रोपाई में व्यस्त थे।
ग्रामीणों के अनुसार, मुस्कान सावन की परंपरा निभाते हुए घर के पास पीपल के पेड़ पर लगे झूले पर झूल रही थी। इसी दौरान झूले की रस्सी अचानक उसकी गर्दन में उलझ गई। दम घुटने से उसकी मौके पर ही मौत हो गई। जब तक परिजन खेत से दौड़कर घर पहुंचे, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। घटना की जानकारी मिलते ही गांव में कोहराम मच गया। मुस्कान चार बहनों में दूसरे नंबर पर थी और उसका एक छोटा भाई भी है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
घटना की सूचना मिलते ही करंडे थाना अध्यक्ष सह पुलिस सब-इंस्पेक्टर विनय कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि पोस्टमार्टम की प्रक्रिया के लिए शव को भेजा जा रहा है। परिजनों से लिखित आवेदन मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। यह घटना न केवल परिवार के लिए, बल्कि पूरे गांव के लिए गहरे आघात का कारण बन गई है। सावन की खुशियां एक मासूम की जान लेकर मातम में बदल गईं।