अकसर यह कहावत तो आपने जरूर सुनी होगी कि ऊपर वाला जब भी देता, देता छप्पर फाड़ कर और इसी से जुड़ा एक मामला उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले से सामने आया हैं, जिसने पूरे देश में खलबली मचा दी हैं। दरसअल, यहां विनय पांडे नामक एक किसान के बैंक खाते में अचानक 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक की राशि आ गई। यह राशि इतनी बड़ी है कि इसके 37 अंक हैं और विनय पांडे के होश उड़ा दिए।
सूत्रों के अनुसार, विनय पांडे तेतरी बुजुर्ग गांव के रहने वाले हैं और पहले सोनीपत में एक कंपनी में काम करते थे। उन्होंने वहीं एक प्राइवेट बैंक में अपना खाता खुलवाया था, लेकिन कुछ महीने पहले नौकरी छोड़कर वापस गांव आ गए और खेती करने लगे। चार दिन पहले, विनय पांडे के खाते में अचानक अरबों रुपये की धनराशि आ गई, जिसे देखकर वह हैरत में पड़ गए। जब उन्होंने अपने बैंक के मोबाइल ऐप पर बैलेंस चेक किया, तो उन्हें 10,01,35,60,00,00,00,00,00,01,00,23,56,00,00,09,82,024 रुपये का बैलेंस दिखा।
विनय पांडे ने बताया कि उन्होंने कई बार अपना बैलेंस चेक किया और हर बार उतनी ही राशि दिखाई दी। इसके बाद, उन्होंने अपने परिजनों और आसपास के लोगों को सूचित किया और मीडिया को भी बताया। बैंक वालों को खबर देने के बाद, खाते को फ्रीज कर दिया गया। विनय पांडे ने कहा, “खाते में इतनी बड़ी रकम आ गई कि मैं गिनती भी नहीं कर पा रहा था। मैं बैंक और भारत सरकार से आग्रह करता हूं कि मेरे खाते में आई धनराशि को जनकल्याणकारी योजनाओं में लगाया जाए। यदि कुछ इनाम के रूप में मुझे धनराशि दी जाएगी, तो मैं उसी में संतुष्ट हो जाऊंगा।”
ग्रामीणों का कहना है कि विनय पांडे काफी समय से गांव में ही रह रहे हैं और किसी भी बड़ी आर्थिक गतिविधि में शामिल नहीं हैं। ऐसे में उनके खाते में अचानक इतनी बड़ी धनराशि का ट्रांसफर होना अप्रत्याशित और चिंताजनक है। बैंक ने खाते को फ्रीज कर दिया है और जांच शुरू कर दी है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि यह राशि कहां से आई और कैसे आई। कुछ इसी तरह का मामला हाथरस में भी सामने आया था, जहां एक किसान के एयरटेल पेमेंट बैंक खाते में 10 नील 1 खरब 35 अरब 60 करोड़ रुपये से अधिक की राशि आ गई थी। फिलहाल इस मामले की जांच जारी हैं।