शाहदरा में 24.49 लाख की साइबर ठगी का पर्दाफाश, आरोपी गिरफ्तार

शाहदरा।

शाहदरा जिला पुलिस ने 24.49 लाख रुपये की साइबर ठगी के मामले को सुलझाने का दावा किया है। इस सिलसिले में साइबर थाना पुलिस ने सत्यम कुलश्रेष्ठ उर्फ सैम को गुरुग्राम के सेक्टर-11 से गिरफ्तार किया है। आरोपी आगरा की आवेश कॉलोनी का निवासी है और साइबर ठगों को म्यूल अकाउंट्स उपलब्ध करवाने में शामिल था।

पुलिस ने आरोपी के पास से दो मोबाइल फोन बरामद किए, जिनमें 50 से अधिक साइबर ठगों के साथ संदिग्ध चैट पाई गई। इन चैट्स से पता चला कि सत्यम ने सैकड़ों म्यूल अकाउंट्स उपलब्ध करवाए, जिनके जरिए करोड़ों रुपये की ठगी की रकम को ठिकाने लगाया गया। सत्यम भोले-भाले लोगों को चीनी ऑनलाइन गेमिंग कंपनी के लिए बैंक खाते खुलवाने का लालच देकर उनके खाते हासिल करता था। इसके बदले वह 3.5 से 4.5 प्रतिशत कमीशन देता था। वह व्हाट्सएप और टेलीग्राम के जरिए देश-विदेश के साइबर ठगों के संपर्क में था।

शाहदरा के एक निवासी ने शिकायत की कि उसकी दोस्ती नेहा शर्मा नाम की एक युवती से एक ऑनलाइन ऐप के जरिए हुई थी। नेहा ने उसे एक निजी कंपनी में निवेश करने का सुझाव दिया। पीड़ित ने व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए 8 लाख रुपये का निवेश किया, फिर 10 लाख, 5 लाख और 1.5 लाख रुपये और निवेश किए। जब उसने रकम निकालने की कोशिश की, तो 7.5 लाख रुपये की अतिरिक्त मांग की गई। नेहा ने उसे ब्लॉक कर दिया, जिसके बाद पीड़ित ने पुलिस में शिकायत दर्ज की। पुलिस ने जांच शुरू की और पाया कि ठगी की रकम को कई खातों में घुमाकर एक अज्ञात खाते में भेजा गया। जांच में एक म्यूल अकाउंट का पता चला, जिसके मालिक ने सैम को खाता देने की बात कबूल की। तकनीकी निगरानी की मदद से सैम को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया।

सत्यम ने आगरा विश्वविद्यालय से बीएससी की डिग्री हासिल की है। उसके पिता सिक्योरिटी गार्ड हैं। पढ़ाई के बाद सत्यम ने छोटी-मोटी नौकरियां कीं और फिर टिफिन सर्विस शुरू की, जिसमें उसे नुकसान हुआ। एक सहपाठी के सुझाव पर उसने म्यूल अकाउंट्स की व्यवस्था शुरू की और फर्जी आईडी बनाकर लोगों से खाते हासिल करने लगा। पुलिस ने सत्यम से पूछताछ शुरू की है और मामले की गहन जांच कर रही है। उसके मोबाइल फोनों में मिली चैट्स के आधार पर अन्य ठगों तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है।

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Author: Office Desk

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