दिल्ली।
गांधी नगर के कैलाश नगर क्षेत्र में एक बर्थडे पार्टी के दौरान हुई हर्ष फायरिंग ने बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच चल रही आपसी अनबन को सार्वजनिक कर दिया।
सोमवार की रात को गांधी नगर मंडल (बीजेपी) के पूर्व उपाध्यक्ष सुंदर ठाकुर, उनके भाई अजय ठाकुर, रिश्तेदार अनुज और उनके परिचित हैदर ने जमकर गोलियां चलाईं, जिससे इलाके में दहशत फैल गई। इस घटना ने स्थानीय लोगों को हैरान कर दिया, और मामला तब और तूल पकड़ गया जब बीजेपी महिला मोर्चा (शाहदरा जिला) की उपाध्यक्ष रितू भटनागर ने पुलिस को पीसीआर कॉल कर सूचना दी।
मामला गांधी नगर थाने पहुंचा, जहां स्थानीय निगम पार्षद प्रिया कांबोज अपने करीबी सुंदर ठाकुर का समर्थन करने थाने पहुंचीं। दूसरी ओर, रितू के समर्थन में गांधी नगर से बीजेपी विधायक अरविंदर सिंह लवली के करीबी राजेश शर्मा भी थाने पहुंच गए। आरोपियों ने रितू पर झूठी कॉल करने का इल्ज़ाम लगाया और दावा किया कि गोलियां नहीं, बल्कि गुब्बारे फटने की आवाज थी। उन्होंने रितू के खिलाफ ही केस दर्ज करने की मांग की। वहीं, राजेश शर्मा ने रितू का साथ देते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की।
पुलिस ने मामले की गहन जांच शुरू की और सुंदर ठाकुर के घर की सीसीटीवी फुटेज की पड़ताल की। फुटेज में साफ दिखा कि उनके पास पिस्तौल थी। स्थानीय लोगों ने भी गोलीबारी की पुष्टि की। इसके बाद पुलिस ने सुंदर, अजय और अनुज के खिलाफ केस दर्ज किया। तीनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया, जहां अजय और अनुज को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया, जबकि सुंदर को एक दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया। आरोपी हैदर, जो हथियार के साथ फरार है, उसकी तलाश जारी है और पुलिस का कहना है कि उसे जल्द पकड़ लिया जाएगा।
जानकारी के अनुसार, सोमवार रात को कैलाश नगर की गली नंबर-15 में सुंदर ठाकुर की बेटी का जन्मदिन मनाया जा रहा था। केक कटने के बाद सुंदर, उनके भाई अजय, रिश्तेदार अनुज और परिचित हैदर ने अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। इस गोलीबारी से आसपास के लोग डर गए। पास में रहने वाली रितू भटनागर ने तुरंत पीसीआर कॉल कर पुलिस को सूचित किया, ताकि कोई अनहोनी न हो। लेकिन जब मामला थाने पहुंचा, तो आरोपियों ने रितू पर झूठा आरोप लगाया और दावा किया कि कोई गोलीबारी नहीं हुई। इस बीच, पुलिस ने रितू के पति को भी पूछताछ के लिए थाने बुला लिया।
इस दौरान निगम पार्षद प्रिया कांबोज और राजेश शर्मा भी थाने पहुंचे और अपने-अपने करीबियों का पक्ष लेने लगे। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज और स्थानीय लोगों के बयानों के आधार पर निष्पक्ष कार्रवाई करते हुए आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
सूत्रों के मुताबिक, सुंदर ठाकुर और राजेश शर्मा के बीच पुरानी रंजिश है। जब राजेश शर्मा आम आदमी पार्टी (आप) में थे, तब उन्होंने गांधी नगर पुश्ते पर चल रही अवैध पार्किंग के खिलाफ अभियान चलाया था, जिसका संचालन सुंदर ठाकुर पर आरोप था। इस मुद्दे पर दोनों के बीच तनाव बढ़ गया था। एक बार एक स्थानीय फाइनेंसर के कार्यालय में दोनों पक्षों के बीच सुलह के लिए बैठक हुई थी, लेकिन बैठक के दौरान राजेश के एक करीबी ने सुंदर को थप्पड़ मार दिया था। इस घटना की सीसीटीवी फुटेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी, और मामला पुलिस तक पहुंचा था।
इसके अलावा, रितू भटनागर और सुंदर ठाकुर के बीच भी पुरानी अनबन है। जब प्रिया कांबोज ने बीजेपी के टिकट पर गांधी नगर से निगम चुनाव लड़ा, तब रितू भी टिकट की दावेदार थीं। टिकट न मिलने पर रितू ने आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार और राजेश शर्मा की पत्नी राखी शर्मा का समर्थन किया, जबकि सुंदर प्रिया कांबोज के पक्ष में थे। बीजेपी के आंतरिक मामलों में भी रितू और सुंदर के बीच कई बार तकरार हो चुकी थी। इस तरह, दुश्मन का दुश्मन दोस्त बन गया।
एक स्थानीय निवासी ने बताया कि अजय ठाकुर कुछ साल पहले कारों से जुड़ी एक पोंजी स्कीम चला रहे थे, जिसमें कई लोगों के लाखों रुपये डूब गए थे। जब धोखाधड़ी का खुलासा हुआ, तो अजय का एक परिचित सारा पैसा लेकर फरार हो गया, और अजय ने खुद को पीड़ित बताकर जिम्मेदारी से बचने की कोशिश की। इस मामले में राजेश शर्मा ने अपने संपर्कों के जरिए अजय के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी। दिलचस्प बात यह है कि जिन लोगों का पैसा डूबा था, उन्होंने वह पैसा सुंदर ठाकुर से भारी ब्याज पर उधार लिया था। सुंदर इलाके में मोटे ब्याज पर पैसे उधार देता है और लोगों पर पैसे वापस करने का दबाव बनाता रहता है। एक पीड़ित ने सुंदर के खिलाफ भी शिकायत दर्ज की है।
पुलिस ने सबूतों के आधार पर निष्पक्ष जांच की और सुंदर, अजय और अनुज को गिरफ्तार कर लिया। तीनों के खिलाफ केस दर्ज किया गया, और कोर्ट में पेशी के बाद अजय और अनुज को जेल भेज दिया गया, जबकि सुंदर को एक दिन की रिमांड पर लिया गया। फरार आरोपी हैदर की तलाश जारी है, और पुलिस का दावा है कि उसे जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।