दिल्ली। राजधानी दिल्ली में रविवार के दिन दिल्ली में वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग में उप सचिव के रूप में कार्यरत 57 वर्षीय नवजोत सिंह की एक दुखद घटना में मृत्यु हो गई। उनकी मोटरसाइकिल को एक बीएमडब्ल्यू कार ने टक्कर मार दी, जिसके परिणामस्वरूप उनकी पत्नी संदीप कौर भी गंभीर रूप से घायल हो गईं। इस मामले में पुलिस ने अगले दिन, सोमवार को गगनप्रीत कौर को हिरासत में लिया। उनके खिलाफ गैर इरादतन हत्या और दुर्घटना के बाद सबूतों के साथ छेड़छाड़ करने की कोशिश के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
पत्नी की स्थिति
नवजोत सिंह की पत्नी संदीप कौर, जो इस हादसे में घायल हुईं, ने गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि टक्कर के बाद नवजोत सिंह की सांसें चल रही थीं, लेकिन उनकी बार-बार की गुहार के बावजूद बीएमडब्ल्यू कार चला रहे दंपति ने उन्हें 19 किलोमीटर दूर एक अस्पताल ले जाने का फैसला किया। यह हादसा तब हुआ जब नवजोत और संदीप बंगला साहिब गुरुद्वारे से दर्शन कर लौट रहे थे। गुरुद्वारे से वापसी के बाद, दोनों ने कर्नाटक भवन में भोजन किया और फिर अपने घर की ओर जा रहे थे। तभी गगनप्रीत कौर द्वारा चलाई जा रही बीएमडब्ल्यू कार ने उनकी मोटरसाइकिल को पीछे से टक्कर मार दी। इस हादसे में नवजोत सिंह की मौके पर ही मृत्यु हो गई, जबकि संदीप कौर को गंभीर चोटें आईं।
पुलिस की कार्रवाई
संदीप कौर ने पुलिस को बताया कि हादसे के बाद उन्होंने गगनप्रीत से नजदीकी अस्पताल में ले जाने की बार-बार विनती की, लेकिन गगनप्रीत ने अपने वाहन चालक को जीटीबी नगर स्थित न्यूलाइफ अस्पताल ले जाने का निर्देश दिया, जो हादसे की जगह से लगभग 19 किलोमीटर दूर है। जांच में यह बात सामने आई कि गगनप्रीत के पिता उस अस्पताल के सह-मालिक हैं। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या इस मामले को दबाने या सबूतों के साथ हेरफेर करने की कोई साजिश रची गई थी।
आरोपी गिरफ्तार
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गगनप्रीत ने नवजोत और संदीप को न्यूलाइफ अस्पताल इसीलिए ले जाया ताकि मेडिकल रिपोर्ट्स और अन्य सबूतों में हेराफेरी की जा सके। अस्पताल प्रशासन ने दावा किया है कि उन्होंने सभी नियमों का पालन किया, लेकिन गगनप्रीत के परिवार का अस्पताल से संबंध होने की बात को उन्होंने स्पष्ट रूप से नकारा। इस मामले की गहन जांच अभी भी जारी है।