दिल्ली की सड़कों पर दौड़ने वाली पुरानी डीटीसी बसों को अब नया जीवनदान मिल रहा है। अपनी उम्र पूरी कर चुकी इन बसों को अब फूड बस स्टॉल में तब्दील किया जा रहा है, जो यात्रियों के लिए किसी वरदान से कम नहीं होगा। उत्तम नगर बस टर्मिनल पर खड़ी एक पुरानी डीटीसी बस को फूड बस स्टॉल में बदल दिया गया है, जो अपनी अनूठी डिजाइन और सुविधाओं से यात्रियों को आकर्षित कर रही है।
लोग बेसब्री से इस फूड स्टॉल की सेवाएं शुरू होने का इंतजार कर रहे हैं, जो न केवल उन्हें स्वादिष्ट भोजन और पेय पदार्थ प्रदान करेगा, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी पैदा करेगा। पायलट प्रोजेक्ट के तहत पहला फूड बस स्टॉल कश्मीरी गेट बस अड्डे के पास स्थित यमुना वाटिका में खोलने की योजना है, जो यात्रियों के लिए एक नया और आकर्षक स्थल होगा।
इस फूड बस स्टॉल के निर्माण में बस के मूल ढांचे को बरकरार रखते हुए इसके आंतरिक और बाहरी हिस्सों को आधुनिक सुविधाओं के साथ सुसज्जित किया गया है। बस के ऊपर एक आकर्षक शेड बनाया गया है, जो इसे एक फूड बस स्टॉल की पहचान देता है। बस के दोनों दरवाजों को लोहे की शटर में बदल दिया गया है, जबकि खिड़कियों को पारदर्शी शीशे में बरकरार रखा गया है।
फूड बस स्टॉल के अंदरूनी हिस्से को रेस्तरां जैसा बनाया गया है, जिसमें स्वच्छता और सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया है। बस में समान रखने वाले बोनट को खाना पकाने के उद्देश्य से उपयोग किया जा रहा है, जबकि विभिन्न प्रकार के स्वादिष्ट व्यंजन और पेय पदार्थ यात्रियों की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किए गए हैं।
इस फूड बस स्टॉल का निर्माण परिवहन विभाग और अन्य एजेंसियों के सहयोग से किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य पुरानी बसों को उपयोगी बनाना और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करना है। विभाग ने टाटा मार्कोपोलो की 2010 के एसी मॉडल, सीएनजी लो फ्लोर बसों को फूड बस स्टॉल में तब्दील करने का निर्णय लिया है, जिनमें पहले 36 यात्री सीटें हुआ करती थीं। अब ये फूड बस स्टॉल यमुना किनारे बने पार्कों में खड़े किए जाएंगे, जो न केवल यात्रियों के लिए एक नया स्थल होगा, बल्कि शहर की सुंदरता में भी चार चांद लगाएगा।