भारत में 2027 में होने वाली जनगणना एक ऐतिहासिक कदम होने जा रही है, जिसमें डिजिटल तकनीक का उपयोग करके डेटा संग्रह किया जाएगा। इस बार की जनगणना में न केवल जनसंख्या की गणना होगी, बल्कि जातिगत आंकड़े, शिक्षा, रोजगार और स्वास्थ्य संबंधी जानकारी भी इकट्ठा की जाएगी।
जनगणना की मुख्य विशेषताएं
– डिजिटल जनगणना: इस बार की जनगणना पूरी तरह से डिजिटल होगी, जिसमें मोबाइल ऐप और ऑनलाइन सिस्टम का उपयोग किया जाएगा।
– जातिगत आंकड़े: जनगणना में जातिगत आंकड़े इकट्ठा करने का प्रावधान होगा, जिससे सरकार को समाज के विभिन्न वर्गों की स्थिति को समझने में मदद मिलेगी।
– शिक्षा और रोजगार: जनगणना में शिक्षा और रोजगार संबंधी जानकारी भी इकट्ठा की जाएगी, जिससे सरकार को शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में नीतियां बनाने में मदद मिलेगी।
जनगणना के लाभ
– सटीक आंकड़े: जनगणना से प्राप्त आंकड़े सटीक और विश्वसनीय होंगे, जिससे सरकार को नीतियां बनाने में मदद मिलेगी।
– विकास के लिए योजना: जनगणना के आंकड़ों के आधार पर सरकार विकास के लिए योजनाएं बना सकेगी और संसाधनों का आवंटन कर सकेगी।
जनगणना को पूरा करने के लिए तैयारी
– 34 लाख कर्मचारी: जनगणना के लिए 34 लाख कर्मचारी और सुपरवाइजर लगाए जाएंगे, जो डेटा इकट्ठा करने का काम करेंगे।
– 13 हजार करोड़ रुपये का बजट: जनगणना के लिए 13 हजार करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है।
इस जनगणना के माध्यम से भारत को अपने नागरिकों के बारे में विस्तृत और सटीक जानकारी प्राप्त होगी, जिससे देश के विकास और प्रगति के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए जा सकेंगे।