दिल्ली पुलिस ने एक बड़े ड्रग तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ करते हुए तीन व्यक्तियों को हिरासत में लिया है, जिनमें एक तस्कर और एक प्रमुख सप्लायर शामिल हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से 100 ग्राम से ज्यादा स्मैक बरामद की है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इस कार्रवाई की जानकारी एक समाचार एजेंसी को दी।
पुलिस को मिली गुप्त सूचना के आधार पर 28 अगस्त को अक्षरधाम मेट्रो स्टेशन के नजदीक लक्ष्मी नगर रेलवे पुल के पास घात लगाकर कार्रवाई की गई। इस दौरान बदायूं के रहने वाले तल्हा अजहर उर्फ चिंटू (22) को 94.53 ग्राम स्मैक के साथ पकड़ा गया।
पुलिस ने बताया कि इस मामले में मंडावली थाने में एनडीपीएस अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई और जांच शुरू की गई। पूछताछ में अजहर ने खुलासा किया कि उसने यह नशीला पदार्थ बदायूं के ही आजम अली (23) से प्राप्त किया था और इसे दिल्ली के मंडावली निवासी प्रदीप कुमार पाल (33) को सप्लाई किया था। इस जानकारी के आधार पर 30 अगस्त को पाल को गिरफ्तार किया गया, जिसके पास से 23.22 ग्राम स्मैक बरामद हुई।
आगे की जांच और छापेमारी के दौरान पुलिस ने इस नेटवर्क के मुख्य सप्लायर आजम अली को बदायूं से हिरासत में लिया। प्रारंभिक जांच से पता चला कि अली उत्तर प्रदेश से दिल्ली में नशीले पदार्थों की तस्करी करता था और स्थानीय स्तर पर इनका वितरण करवाता था।
पुलिस के अनुसार, अजहर पहले पटपड़गंज में फल की दुकान चलाता था, लेकिन व्यवसाय में नुकसान होने के बाद उसने ड्रग तस्करी का रास्ता चुना। उसने आजम अली से स्मैक खरीदना शुरू किया और बाद में प्रदीप पाल के साथ मिलकर पूर्वी दिल्ली में नशे के आदी लोगों को यह नशीला पदार्थ बेचने लगा।
पुलिस ने बताया कि यह गिरोह केवल आर्थिक लाभ के लिए काम करता था और समाज के कमजोर तबके का शोषण कर अवैध तरीके से मुनाफा कमाता था। जांच में यह भी सामने आया कि प्रदीप पाल पहले दो आपराधिक मामलों में संलिप्त रह चुका है।