पटना
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा के सरकारी आवास पर नवरात्रि के अवसर पर महाआरती एवं फलाहार का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा, मंत्री विजय कुमार चौधरी, जनक राम, केदार गुप्ता आदि शामिल हुए. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में एनडीए गठबंधन के जन प्रतिनिधि एवं NDA गठबंधन के प्रदेश स्तर के कई पदाधिकारी शामिल हुए. कार्यक्रम में विभिन्न कलाकारों द्वारा भारतीय सनातन संस्कृति से जुड़े कई प्रस्तुतियां हुई. असत्य पर सत्य की विजय के रूप में मां काली के द्वारा महिसासुर मर्दन की अलौकिक प्रस्तुति भी हुई. उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि आज का यह आयोजन सभी सनातन परिवारों में ऊर्जा का संचार करेगा और सत्य के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करेगा. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री ने इस आयोजन में उपस्थित होकर बिहार के आमजनों को सनातन-संस्कृति के विचारों को जीवन में आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया है. बिहार विधानसभा का चुनाव निकट है. ऐसे में मां दुर्गा सभी आसुरी शक्तियों का नाश करेंगी और NDA को आगामी विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत मिलेगी.
चुनाव के वक्त लगता है ऐसा आरोप, शांभवी का जवाब
जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर द्वारा मंत्री अशोक चौधरी और अन्य लोगों पर लगाये गये आरोप के बाद अशोक चौधरी की पुत्री और समस्तीपुर से सांसद शांभवी चौधरी ने अपना बयान दिया. शांभवी ने कहा कि विशेष रूप से जब चुनाव आता है. आरोप और प्रत्यारोप हर समय, हर किसी के ऊपर लगता है. यह कोई नहीं बात नहीं है. जो आरोप प्रशांत किशोर ने लगाया है. मेरे पिताजी और मेरी मां, दोनों लोग अपना अपना पक्ष दे चुके हैं. उनके आराेप का कोई आधार नहीं है. यह सब बेबुनियाद है. सारे आरोप झूठे हैं.
शांभवी ने कहा कि प्रेस कॉन्फ्रेंस में पर्सनल अटैक किया है. ससुर, सास का भी नाम उन्होंने लिया है. ट्रस्ट के बारे में भी उन्होंने बोला है. हमारे ससुर पर पर्सनल अटैक किया है. हमारे ससुर, सास कोई राजनीतिक परिवार से नहीं है, जो प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सफाई देंगे. ट्रस्ट में कुछ भी गलत नहीं हुआ है. बोलने को बहुत कुछ बोल सकते हैं, लेकिन हम इधर से बोलेंगे, वह उधर से बोलेंगे. इसका कोई अंत नहीं होगा. जहां तक ट्रस्ट का बात है. ट्रस्ट अपना पक्ष रखेगी.पहले भी हम लोग मीडिया में आ चुके हैं, जो आरोप लगे वह बेबुनियाद और झूठे हैं.
पीके बहेलिया और राजनीतिक नटवरलाल: बीजेपी
भाजपा प्रवक्ता कुंतल कृष्ण ने जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को घेरते हुए कहा कि पीके बहेलिया है और राजनीतिक नटवरलाल है. प्रशांत किशोर बिहार की राजनीति के सबसे बड़ा फ्रॉड हैं और अपने बयानों को लेकर यही कर रहे हैं. भाजपा नेता ने कहा कि प्रशांत किशोर हर उस आदमी पर सवाल उठा रहे हैं, जो लालू के जंगलराज के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है. सही अर्थों में कहें तो वे महागठबन्धन की सरकार बनाने में लगे हुए हैं. यही कारण है कि वे अनाप शनाप आरोप लगा रहे हैं. भाजपा के नेता ने सीधा सवाल करते हुए कहा कि प्रशांत किशोर दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं, लेकिन खुद पर लगे आरोपों का जवाब नहीं दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें यह तो बताना होगा कि उनकी पार्टी को मिले पैसे उनके निजी खाते में कैसे जमा हुए हैं?
कांग्रेस-राजद ने पिछड़ा-अति पिछड़ा समाज को ठगा: बीजेपी
बिहार सरकार के मंत्री और भाजपा के नेता प्रेम कुमार ने राजद और कांग्रेस पर पिछड़े और अति पिछड़े समाज को ठगने का आरोप लगाते हुए कहा कि जब दोनों दल सत्ता में रहे, तो इस समाज को न अधिकार देने का काम किया, न कभी सम्मान दिया. मंत्री प्रेम कुमार ने राजद के ‘कर्पूरी अतिपिछड़ा अधिकार सम्मेलन’ को लेकर कहा कि इसमें तेली, कानू, दांगी और चौरासिया जाति के लिए नो एंट्री कर दी जाती है. तेली समाज से राजद के बड़े नेता और ‘बिहार तैलिक साहू समाज’ के अध्यक्ष, विधायक रणविजय साहू और कानू समाज के नेता और राजद व्यावसायिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष गोपाल गुप्ता को इस कार्यक्रम से लौटा दिया गया. उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव आज ‘जननायक’ के नाम पर अतिपिछड़ा का वोट बटोरने की कोशिश कर रहे हैं और उनके पिता लालू यादव कर्पूरी ठाकुर को हमेशा अपमानित करते रहे हैं. अति-पिछड़ों से लालू यादव को इतनी घृणा थी कि वो कर्पूरी ठाकुर को ‘कपटी ठाकुर’ कहते थे.
सम्राट चौधरी के मामले पर नेतृत्व चुप क्यों? राजद
राजद ने प्रशांत किशोर द्वारा डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर लगाये गये आरोप पर बयान दिया है. पार्टी प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि सम्राट चौधरी पर जो आरोप लगे हैं, उस संबंध में वह पब्लिक के बीच आकर अपनी स्थिति स्पष्ट करें, क्योंकि उन पर जो हत्या के मामले में बरी होने कि बातें सामने आई है, उसमें फर्जी तरीके से दस्तावेज लगाकर बरी होने का मामला सामने आया है. यह बहुत ही गंभीर मामला है. इस तरह के मामले पर मुख्यमंत्री और भाजपा का शीर्षस्थ नेतृत्व चुप क्यों है? यह बात समझ से परे है.