कावड़ियों के पैर में छाले की मार, भक्तों ने सेवा की, दिखाया प्यार और प्यार

कावड़ यात्रा के दौरान कावड़ियों के पैरों में छाले पड़ना आम बात है, लेकिन इस बार भक्तों ने सेवाभाव से उनका इलाज किया। कावड़ियों ने अपनी यात्रा पूरी करने के लिए दिन-रात एक कर दिया, और भक्तों ने उनकी हर संभव मदद की।

सेवाभाव की मिसाल

कावड़ियों के पैरों में छाले देखकर भक्तों ने उनकी सेवा की और उनका इलाज किया। यह देखकर लगता है कि भगवान शिव की भक्ति में सभी एकजुट हैं। भक्तों ने कावड़ियों को न केवल चिकित्सा सुविधा प्रदान की, बल्कि उन्हें खाने-पीने की सामग्री और आराम भी कराया।

भक्ति और सेवा

कावड़ यात्रा के दौरान भक्तों ने न केवल भगवान शिव की भक्ति की, बल्कि एक-दूसरे की सेवा भी की। यह कावड़ यात्रा की सच्ची भावना को दर्शाता है। कावड़ियों ने अपनी यात्रा के दौरान भक्तों की सेवा और स्नेह को महसूस किया और इससे उन्हें अपनी यात्रा पूरी करने में मदद मिली।

एकता और सहयोग

कावड़ यात्रा में एकता और सहयोग की भावना साफ दिखाई देती है। भक्तों ने कावड़ियों की सेवा करके और उनकी मदद करके यह साबित कर दिया कि सच्ची भक्ति में सेवा और सहयोग की भावना सबसे ऊपर होती है। इस तरह की एकता और सहयोग की भावना से ही कावड़ यात्रा की सच्ची भावना को समझा जा सकता है।

Kajal Prajapati
Author: Kajal Prajapati

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