ग्रेटर नोएडा में निक्की पायला की हत्या के बाद उनके ससुराल का घर सूना पड़ा है, दरवाजे पर ताला लटक रहा है। पुलिस ने निक्की के पति विपिन भाटी, सास दया, ससुर सतवीर भाटी और जेठ रोहित भाटी को गिरफ्तार कर लिया है। इन चारों के खिलाफ हत्या, आपराधिक साजिश और चोट पहुंचाने जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। दूसरी ओर, निक्की के मायके में परिवार वालों का गम में डूबा हाल बेहाल है। शादी के नौ साल बाद निक्की को कथित तौर पर दहेज की लालच में जला दिया गया।
निक्की अपने घर में एक ब्यूटी पार्लर चलाती थीं। उनके पार्लर में थिनर रखा हुआ था, जिसका इस्तेमाल बुटीक के काम में होता था। जांच में सामने आया है कि विपिन ने दिल्ली से थिनर खरीदा था, और आरोप है कि उसी थिनर का उपयोग निक्की को जलाने में किया गया। 70 प्रतिशत से ज्यादा जलने के कारण निक्की ने दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में आखिरी सांस ली। इस मामले में पुलिस ने अब तक चारों आरोपियों को हिरासत में लिया है।
निक्की के पिता भिखारी सिंह का कहना है कि उन्होंने अपनी दोनों बेटियों की शादी में स्कॉर्पियो गाड़ी दी थी। इसके बावजूद ससुराल वाले लगातार और दहेज की मांग करते रहे। भिखारी सिंह ने बताया कि कुछ महीने पहले उन्होंने एक ऑडी कार खरीदी थी, जिस पर ससुराल वालों की नजर थी। इसके अलावा, हाल ही में उन्होंने एक बुलेट मोटरसाइकिल भी दी थी, लेकिन ससुराल वालों की मांगें थमने का नाम नहीं ले रही थीं। वे 36 लाख रुपये की मांग कर रहे थे।
आंसुओं के साथ भिखारी सिंह ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हरसंभव मदद की। निक्की का ब्यूटी पार्लर शुरू करवाया ताकि वह अपनी और अपने बच्चों की जरूरतें पूरी कर सकें। लेकिन विपिन, जो खुद कोई काम नहीं करता था, निक्की की कमाई भी चुरा लेता था। भिखारी सिंह ने बताया कि विपिन अपने पिता की किराना दुकान से भी पैसे चुराता था।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस हत्याकांड को गंभीरता से लिया है। आयोग की अध्यक्ष विजया रहाटकर ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर सभी आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी, कठोर कानूनी कार्रवाई, निष्पक्ष जांच और पीड़ित परिवार व गवाहों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। भिखारी सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि विपिन शुरू से ही निक्की के साथ मारपीट करता था। एक बार उन्होंने निक्की को मायके लाया था, लेकिन समाज के दबाव में उसे वापस ससुराल भेज दिया गया।
कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में 35 लाख रुपये के विवाद का जिक्र है। बताया जाता है कि निक्की के भाई की शादी पाली पल्ली गांव की एक लड़की से हुई थी, लेकिन बाद में उसका दूसरी लड़की से प्रेम संबंध हो गया। इस कारण उसने अपनी पत्नी को छोड़ दिया। इस मामले का समझौता सतवीर भाटी ने करवाया था, जिसमें 35 लाख रुपये देने की बात हुई थी। इस रकम को लेकर दोनों परिवारों में तनाव था।
भिखारी सिंह ने आरोप लगाया कि निक्की अपने बच्चों के लिए ब्यूटी पार्लर चलाती थीं, क्योंकि विपिन कोई काम-धंधा नहीं करता था। वह निक्की की मेहनत की कमाई भी चुरा लेता था। उन्होंने अपने दूसरे दामाद रोहित पर भी ऐसे ही आरोप लगाए। निक्की और उनकी बहन कंचन की शादी के समय विपिन और रोहित पढ़ाई कर रहे थे। रोहित उस समय आईटीआई का कोर्स कर रहा था और बाद में उसने डिश का काम शुरू किया, जो उसने छोड़ दिया। सतवीर भाटी की किराना दुकान है, जहां से भी विपिन पैसे चुराता था।
पुलिस ने इस मामले में हत्या, आपराधिक साजिश और चोट पहुंचाने की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है। चूंकि निक्की और विपिन की शादी को आठ साल से ज्यादा हो चुके थे, इसलिए पुलिस ने दहेज हत्या की धारा के बजाय हत्या की धारा लगाई है। ग्रेटर नोएडा पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 103 (हत्या), धारा 115 (जानबूझकर चोट पहुंचाना) और धारा 61 (अपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया है। दोषी पाए जाने पर आरोपियों को उम्रकैद या फांसी की सजा हो सकती है।