गुजरात की नई कैबिनेट: हर्ष सांघवी डिप्टी सीएम बने, रिवाबा जडेजा समेत 19 मंत्री हुए शपथ ग्रहण

 अहमदाबाद 
गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मंत्रिमंडल का विस्तार किया. शपथ ग्रहण समारोह कार्यक्रम गांधीनगर के महात्मा मंदिर में आयोजित हुआ. कुल 25 मंत्रियों ने शपथ लिया है. छह पुराने चेहरों को नए मंत्रीमंडल में मौका दिया गया है. यह बदलाव 2027 के विधानसभा चुनाव की तैयारी के तहत किया गया, जिसमें क्षेत्रीय और जातीय संतुलन का विशेष ध्यान रखा गया है.

हर्ष संघवी ने गुजरात के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली

जीतु वाघानी ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. नरेश पटेल ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली. इसके अलावा कई अन्य मंत्रियों ने शपथ ली है. कांग्रेस में से भाजपा में शामिल हुए अर्जुन मोढवाडिया ने कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली.
3 SC, 4 ST, 9 OBC और 7 पाटीदार नेता बनेंगे मंत्री

शपथ ग्रहण समारोह से पहले 26 नए मंत्रियों के नामों की सूची सामने आई है. इस नई टीम में तीन महिलाओं को शामिल किया गया है. इसके साथ ही कांग्रेस से भाजपा में आए एक नेता को भी शामिल किया गया है. पटेल की टीम में तीन महिलाओं को शामिल किया गया है.
गुजरात मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले नेताओं की संभावित सूची

नया मंत्रिमंडल सुबह 11:30 बजे गांधीनगर महात्मा मंदिर में शपथ लेगा. सीएम के अलावा मंत्रिमंडल में 25 मंत्री होंगे.

उत्तर गुजरात

(1)ऋषिकेश पटेल विसनगर (मेहसाणा) कड़वा पटेल
(2) पी.सी. बरंडा भिलोडा (अरावली) एसटी
(3) प्रवीण माली डिसा (बनासकांठा) ओबीसी
(4) स्वरुपजी ठाकोर, वाव,(बनासकांठा) ओबीसी

दक्षिण गुजरात

(5) प्रफुल्ल पांसेरिया सूरत शहर लेउआ पाटीदार
(6) कनुभाई देसाई पारडी (वलसाड) अछूत ब्राह्मण
(7) हर्षभाई संघवी सूरत सिटी जनरल
(8) नरेश पटेल गणदेवी ) नवसारी ) एसटी
(9)जयराम गामित निजर (तापी) एसटी
(10) ईश्वर पटेल हांसोट भरूच obC

सौराष्ट्र

(11)कुंवरजी बावडिया जसदन कोली (राजकोट)
(12) परसोतम सोलंकी भावनगर ग्रामीण कोली (भावनगर)
(13) जीतू वाघाणी भावनगर सिटी (पाटीदार)
(14) रीवाबा जाडेजा जामनगर शहर (क्षत्रिय)
(15) कांति अमृतिया मोरबी लेउआ पाटीदार
(16) त्रिकम छांगा अंजार कच्छ अन्य पिछड़ा वर्ग
(17) अर्जुन मोढवाडिया पोरबंदर ओबीसी
(18) प्रद्युम्न वाजा कोडिनार एससी
(19) कौशिक वेकरिया अमरेली लेउआ सीट

मध्य गुजरात

(20) मनीषा वकील वडोदरा सिटी एससी
(21) रमेश कटारा दाहोद एसटी
(22) कमलेश पटेल पेटलाद (आनंद) पाटीदार
(23) दर्शनाबहन वाघेला असारवा अहमदाबाद सिटी एससी
(24) संजयसिंह महि़डा महुधा खेड़ा जिला ओबीसी
(25) रमण सोलंकी, बोरसद (आनंद जिला ) ओबीसी
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नया मंत्रिमंडल सुबह 11:30 बजे गांधी नगर महात्मा मंदिर में शपथ लेगा. अब तक 6 विधायकों को कॉल आ चुके हैं. सभी 6 नाम रिपीट हैं. सौराष्ट्र से 2 नेता रिपीट हो रहे हैं. कुंवरजी बावलिया, पुरुषोत्तम सोलंकी को फिर से मौका मिला. दक्षिण गुजरात से 3 मंत्री रिपीट हो रहे हैं. इनके नाम हैं- हर्ष सांघवी, पांसेरिया, कनू देसाई. उत्तर गुजरात से ऋषिकेश पटेल को फिर मौका मिल रहा है.
रविंद्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा बनेंगी मंत्री?

 रिपोर्ट के मुताबिक इस बार मंत्री परिषद में 22 से 23 मंत्री शामिल किए जा सकते है. पुराने मंत्रिमंडल से चार से पांच चेहरों को शामिल किया जा सकता है. शपथ ग्रहण समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा शामिल हो सकते हैं. क्रिकेटर रविंद्र जडेजा की पत्नी और विधायक रिवाबा जडेजा को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है.
16 मंत्रियों ने गुरुवार को दिया था इस्तीफा

गुजरात की मंत्रिपरिषद में मुख्यमंत्री पटेल सहित 17 मंत्री थे. आठ कैबिनेट स्तर के मंत्री थे जबकि इतने ही राज्य मंत्री (एमओएस) थे. कुल 182 सदस्यों वाली राज्य विधानसभा में सदन की कुल संख्या का 15 प्रतिशत या 27 मंत्री हो सकते हैं. इस महीने की शुरुआत में गुजरात सरकार में राज्य मंत्री रहे जगदीश विश्वकर्मा, केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल की जगह बीजेपी इकाई के नए अध्यक्ष बने थे. भूपेंद्र पटेल ने 12 दिसंबर, 2022 को गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में दूसरी बार शपथ ली थी.

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गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सरकार ने अपना पूरा मंत्रिमंडल बदलने का फैसला किया है. वर्ष 2022 के दिसंबर में सरकार के गठन के महज तीन साल के भीतर पटेल ने अपनी पूरी कैबिनेट से इस्तीफा लेकर नई कैबिनेट बनाने का फैसला किया. उनकी नई कैबिनेट आज शपथ लेने वाली है. नई कैबिनेट में मुख्यमंत्री समेत 27 मंत्री हैं. राज्य में मुख्यमंत्री सहित अधिकतम 27 मंत्री हो सकते हैं. ऐसे में अब कोई सीट खाली नहीं बचेगी. इस नई कैबिनेट में क्रिकेटर रविंद्र जडेजा की पत्नी रवाबा जडेजा को भी शामिल किया जा रहा है. लेकिन, सवाल यह है कि भूपेंद्र पटेल ने ऐसा क्यों किया? विधानसभा चुनाव में भी अभी दो साल से अधिक का समय बचा हुआ है. इससे पहले पटेल मंत्रिपरिषद में उनको छोड़कर 16 मंत्री थे. इसमें आठ कैबिनेट और आठ राज्यमंत्री थे.

शुक्रवार को भूपेंद्र पटेल सरकार में मुख्यमंत्री के अलावा 26 मंत्री शामिल किए जा रहे. इसमें कई पुराने चेहरे हैं. जातीय समीकरण की बात करें तो इसमें तीन अनुसूचित जाति, चार अनुसूचित जनजाति, नौ ओबीसी और सात पाटीदार नेताओं को मौका दिया गया है. शपथ ग्रहण समारोह से पहले ही 25 नए मंत्रियों के नामों की सूची सामने आई. इस नई टीम में तीन महिलाओं को शामिल किया जा रहा है. इसके साथ ही कांग्रेस से भाजपा में आए एक नेता को भी शामिल किया जा रहा है.
क्यों बदल दी गई सरकार

राज्य में भाजपा ने क्यों अपनी ही पूरी सरकार बदल दी है. यह बड़ा सवाल है. लेकिन, जानकार राज्य के सभी प्रमुख शहरों में संभावित नगर निगम चुनावों को कैबिनेट में बदलाव की मुख्य वजह मान रहे हैं. इन चुनावों को ‘मिनी विधानसभा चुनाव’ माना जा रहा है. नतीजतन भाजपा को इन चुनावों में अपना दबदबा बनाए रखने की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है. जूनागढ़ और गांधीनगर के अलावा अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट समेत नए नगर निगमों में चुनाव होंगे. गुजरात में भाजपा शुरू से ही ग्रामीण इलाकों की तुलना में शहरी इलाकों में मजबूत रही है. ऐसे में भाजपा इन चुनावों में कोई नुकसान नहीं उठाना चाहती है. गुजरात में इस बड़ी सर्जरी को रविवार को नई दिल्ली में राज्य के नेताओं और पीएम मोदी के बीच हुई बैठक के दौरान अंतिम रूप दिया गया था. भाजपा ने सीआर पाटिल की जगह जगदीश विश्वकर्मा को प्रदेश अध्यक्ष बनाया है, जो भूपेंद्र पटेल सरकार में सहकारिता मंत्री भी थे.

एक दूसरा कारण मंत्रिपरिषद में सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित करना भी था. इसके साथ ही भाजपा नेतृत्व की योजना एक पूरी तरह नई टीम के साथ 2027 के चुनाव में उतरने की रही है. इससे पहले भी भाजपा ऐसा प्रयोग कर चुकी है. उसने 2022 के विधानसभा चुनाव से करीब एक साल पहले सितंबर 2021 में भी सीएम सहित पूरी सरकार बदल दी थी. उस वक्त दिवंगत विजय रुपामी मुख्यमंत्री थे. उनकी पूरी कैबिनेट से इस्तीफा लेकर भूपेंद्र पटेल के नेतृत्व में नई सरकार बनी. पटेल कैबिनेट में अधिकतर पुराने चेहरे को बाहर कर दिय गया और इसका असर यह हुआ कि 2022 के चुनाव में भाजपा के खिलाफ कोई एंटीइनकंबेंसी नहीं दिखी. लंबे समय से सत्ता में होने के बावजूद 2022 में भाजपा ने शानदार जीत हासिल की थी. अब भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव और स्थानीय निकाय चुनावों को देखते एक पूरी तरह से फ्रेश चेहरों के साथ मैदान में उतरना चाहती है.

 

 

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