दिल्ली, द्वारका ।
दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ पुलिस ने तलाशी अभियान शुरू किया है। इसी कड़ी में द्वारका पुलिस ने 15 विदेशी नागरिकों को निर्वासन के लिए भेजा है। द्वारका के पुलिस उपायुक्त अंकित सिंह ने बताया कि अगस्त महीने में 13 नाइजीरियाई और 2 बांग्लादेशी नागरिकों को डिपोर्ट किया गया। ये सभी लोग द्वारका क्षेत्र में बिना वैध दस्तावेजों के रह रहे थे। पुलिस की ऑपरेशन यूनिट और स्थानीय थानों की टीमें लगातार उन विदेशियों की जानकारी इकट्ठा कर रही हैं, जो अवैध रूप से क्षेत्र में रह रहे हैं या घूम रहे हैं।
इस अभियान के तहत, मोहन गार्डन थाने की 5 टीमें, एंटी-नारकोटिक्स सेल की 5 टीमें, उत्तम नगर थाने की 3 टीमें और डाबरी थाने की 2 टीमों ने द्वारका में तलाशी अभियान चलाया। इन टीमों ने उन विदेशी नागरिकों को पकड़ा, जो बिना वैध वीजा के भारत में निर्धारित समय से ज्यादा वक्त तक रुके थे, अवैध रूप से देश में प्रवेश किए थे और द्वारका जिले में रह रहे थे या सक्रिय थे।
निर्वासित किए गए नाइजीरियाई नागरिकों में ओकुचुकु जॉन ओकाफोर, एजिक इकपारा, ओन्येकाची न्वोनवु, अकुनेसी उगोन्ना, नगोएसिना माइकल नवासा, चिनेदु विक्टर चुकवुडी, फेमी जिमो अदेबाजो, फिदेलिस एकेना नवाचुकवु, ओकेचुकुवु ओगोचुकुवु जॉन, चुकुवेमेका उचे डेनियल, अनिक्फे इग्नाटियस चिकेलू, उचे क्रिस चुक्वुल और डेसमंड अबालिग्बो ओनीबच शामिल हैं। बांग्लादेशी नागरिकों में अब्दुल मोमिन और नूरुल आलम का नाम है। ये सभी बिना वैध वीजा के भारत में तय अवधि से अधिक समय तक रह रहे थे।