उत्तर प्रदेश के नोएडा से एक चौकाने वाला मामला सामने आया हैं। यहाँ पांच साल पहले गायब हुई माँ-बेटी को नोएडा पुलिस ने राजस्थान के जोधपुर से सकुशल बरामद कर लिया हैं। दरअसल,साल 2020 में अवदेश शर्मा नामक व्यक्ति ने अपनी पत्नी मंजू और बेटी मानसी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। लेकिन लंबे समय तक सुराग नहीं मिलने की वजह से पुलिस ने मामले की अंतिम रिपोर्ट दाखिल कर दी।उस दौरान दिल्ली के शाहदरा इलाके में एक अज्ञात बच्ची का शव मिला था। जिसे मंजू के ससुराल वालो ने शव की पहचान कर मानसी बताया था। जबकि,अवदेश ने इससे साफ़ इंकार कर दिया था। परन्तु इसके बावजूद पुलिस ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया था और केस बंद कर दिया था। आखिरकार यह मामला हाई कोर्ट तक जा पंहुचा। लेकिन दो वर्षो में केस बंद कर दिया गया।
लेकिन वह कहावत हैं ना कि, उम्मीद पर दुनिया कायम हैं। कुछ ऐसी ही एक उम्मीद अवदेश ने लगा रखी थी और उसने उम्मीद नहीं छोड़ी और अपनी बेटी की जानकारी के लिए अवदेश ने एम आधार ऐप का सहारा लिया। उस बीच हाल ही में अवदेश की पत्नी ने आधार में पता बदलने का प्रयास किया तब अवदेश को संदेह हुआ। उसने तुरंत ही यह जानकारी नोएडा पुलिस को दी।
पुलिस ने तकनीकी टीम के जरिए आधार अपडेट से जुड़े मोबाइल नंबर और लोकेशन की जांच की और महज दस घंटो के अंदर माँ और बेटी को राजस्थान के जोधपुर ढूढ़ निकला। साथ ही दोनों को कोर्ट के समक्ष पेश किया गया। वहीं अवदेश शर्मा ने अपनी पत्नी पर आरोप लगते हुए कहा कि,उनकी पत्नी मंजू कुछ लड़कों से ऐप के जरिए जुड़ी थी और उसी के कारण वह घर छोड़कर चली गई थी। फिलहाल पुलिस कमिश्नर ने इस गंभीर लापरवाही को लेकर तत्कालीन थाना प्रभारी, जांच अधिकारी (IO) और एसीपी समेत पर्यवेक्षण अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।