उत्तर प्रदेश, झांसी।
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में सीपरी बाजार के भोजला गांव के पास सोमवार दोपहर एक दिल दहला देने वाली घटना हुई। जहां डेयरी व्यवसायी अरविंद यादव (38) की कई हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
जब वह अपनी पत्नी संगीता के साथ बाइक पर जा रहे थे, तभी बदमाशों ने उन पर हमला बोल दिया। उस बीच संगीता को भी लात-घूंसों से पीटकर सड़क पर गिरा दिया गया। इसके बाद हमलावर हवाई फायर करते हुए मौके से फरार हो गए। इस भयावह घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत फैल गई। आसपास की दुकानें तुरंत बंद हो गईं, और भोजला गांव समेत आसपास के इलाकों में तनाव का माहौल बन गया। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने गांव में भारी बल तैनात किया।
पुलिस के अनुसार, हमलावर अपने घरों में ताला लगाकर फरार हो चुके हैं। संगीता ने गांव के पूर्व ग्राम प्रधान और उनके परिवार वालों पर अरविंद की हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने नौ नामजद लोगों और कुछ अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। कई संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है, और घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में दोनों परिवारों के बीच पुरानी दुश्मनी की बात सामने आई है।
अरविंद भोजला गांव में रहकर डेयरी का व्यवसाय चलाते थे। संगीता ने बताया कि अरविंद ने दो लाख रुपये का कर्ज लिया था, और उसकी किस्त चुकाने के लिए वे सुबह करीब 11:30 बजे बीकेडी के पास एक बैंक गए थे। वहां से दो लाख रुपये निकालकर वे भोजला मंडी के एसबीआई बैंक में किस्त जमा करने जा रहे थे। संगीता के अनुसार, बीकेडी के पास से ही तीन बाइक सवार युवक उनका पीछा कर रहे थे। जैसे ही वे भोजला गांव के करीब पहुंचे, वहां पहले से घात लगाए 12 से अधिक बदमाशों ने अरविंद को घेर लिया और उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। करीब तीन मिनट तक गोलियों की आवाज गूंजती रही। अरविंद खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़े।
अपने पति को घायल देख संगीता ने आसपास के लोगों से मदद मांगी। कुछ ही देर में एम्बुलेंस मौके पर पहुंची, और अरविंद को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही सीपरी बाजार पुलिस अस्पताल पहुंची। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बीबी जीटीएस मूर्ति और एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंचे और परिजनों को उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
इस सनसनीखेज वारदात को जिस तरह भीड़भाड़ वाली सड़क पर अंजाम दिया गया, उससे लगता है कि हत्याकांड की साजिश कई दिनों पहले से रची गई थी। हमलावरों ने हथियारों और अन्य संसाधनों का इंतजाम पहले ही कर लिया था। जब पुलिस आरोपियों के घर दबिश देने पहुंची, तो वहां ताला लटका हुआ था। हमलावरों ने अपने घरों से पशुओं को भी हटा दिया था, और घरों में कोई महिला भी मौजूद नहीं थी। इससे अनुमान लगाया जा रहा है कि इस हत्याकांड की योजना करीब एक सप्ताह पहले से तैयार की गई थी।