चंडीगढ़
नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेसी प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ता उत्साह से लबरेज है, यह फैसला हरियाणा में कांग्रेस की सरकार लाने को लेकर मील का पत्थर साबित होगा, यह कहना है नारनौंद के विधायक जस्सी पेटवाड़ का। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से देश प्रदेश में मैसेज था कि हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनने जा रही है। लेकिन जात-पात-धर्म के नाम पर व वोट चोरी – जनादेश चोरी कर जिस प्रकार के नतीजे लाए गए उस निराशा से उभरने के लिए ऐसा फैसला अति जरूरी था और इस ऐतिहासिक फैसले के बाद कार्यकर्ताओं में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि 1 साल से हमें नेता प्रतिपक्ष नहीं मिल रहा था। 11 साल से संगठन नहीं था। लंबे समय अंतराल के बाद बेहद शिक्षित-अनुभवी व मजबूत नेता हमें दिए गए हैं। दोनों ही नेताओं को सरकार और संगठन का बड़ा अनुभव है। दोनों ही नेता भाजपा के सामने मजबूती से खड़े रहे हैं। निसंदेह इसका लाभ कांग्रेस पार्टी को अवश्य होगा।
जाकर हंसकर वापस आ जाते हैं सीएम : जस्सी
जस्सी ने कहा कि विधानसभा सेशन के दौरान हर मौके पर हमें सीएलपी लीडर भूपेंद्र सिंह हुड्डा की मदद मिली है। जब भी विधानसभा में हमें सत्ता पक्ष से कोई सवाल जवाब करना होता है या हमसे कोई गलती होती है तो हमेशा वह खड़े होकर सत्ता पक्ष और स्पीकर को बताते हैं कि यह नए विधायक हैं और यह उनका अधिकार है, जो आप छीन नहीं सकते। भूपेंद्र सिंह हुड्डा कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष रहे, सांसद रहे, 10 साल तक प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे और पांच बार के विधायक हैं। उनके अपार अनुभव का सीधा लाभ हमें मिलेगा। उन्होंने मौजूदा मुख्यमंत्री पर टिप्पणी करते हुए कहा कि नायब सिंह सैनी जी पूरे दिन कॉमेडी करने में व्यस्त रहते हैं। उनकी ड्यूटी लगा रखी है कि कहीं भी जाओ हंसकर वापस आ जाओ।
बाढ़ पीड़ितों की दशा देखने पीएम आए तक नहीं : जस्सी
हाल ही में हिसार का 70 फ़ीसदी हिस्सा बाढ़ग्रस्त था, फसलें खत्म हो गई, पानी से घर तबाह हो गए, लेकिन मुख्यमंत्री 5 किलोमीटर दूर एयरशो करके वापस लौट आए। जबकि उन्होंने हांसी, नारनौंद व उकलाना के कई गांव में जाना था। लेकिन हांसी के केवल दो उन गांवो में गए जहां ज्यादा नुकसान नहीं था। यह ऐसे मुख्यमंत्री हैं कि अभी तक इन्होंने प्रदेश के बाढ़ पीड़ितों के लिए एक भी पैसा रातकोष में से नहीं दिया। किसी प्रकार का पैकेज नहीं दिया गया। देश के प्रधानमंत्री पंजाब व हिमाचल में 1500 व 1600 करोड़ का राहत पैकेज देकर आए। लेकिन हरियाणा में प्रधानमंत्री आए तक नहीं और मुख्यमंत्री ने भी सिंगल पैसा पैकेज जारी नहीं किया। इससे उनकी गंभीरता का ध्यान किया जा सकता है।