उत्तर प्रदेश। लखनऊ की राजधानी से एक हैरान करने वाला मामला प्रकाश में आया है। आलमबाग क्षेत्र की बीजी कॉलोनी में गुरुवार दोपहर साइकिल चला रहे दो बच्चों का अपहरण कर लिया गया। अगले दिन, शुक्रवार की सुबह, बच्चों के परिवार वालों के व्हाट्सएप पर 10-10 लाख रुपये की फिरौती की मांग वाला संदेश प्राप्त हुआ। पुलिस की तत्परता के कारण दोनों बच्चे लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ से सुरक्षित बरामद कर लिए गए। साथ ही, पुलिस ने एक अपहरणकर्ता को भी हिरासत में लिया है।
घटना का विवरण
पुलिस के अनुसार, ऑटो ड्राइवर संजय यादव अपनी पत्नी रेनू देवी, दो बेटों सौरभ और प्रद्युमन यादव (12 वर्ष) के साथ बीजी कॉलोनी में रहते हैं। उनके पड़ोसी, बाइक मरम्मत करने वाले संजय सिंह का बेटा अर्जुन सिंह उर्फ मन्नू (12 वर्ष) और प्रद्युमन गहरे दोस्त हैं। कैंट के एसीपी अभय प्रताप मल्ल ने बताया कि गुरुवार दोपहर स्कूल से घर लौटने के बाद दोनों बच्चे साइकिल चलाने के लिए दोपहर 2:30 बजे घर से निकले थे। जब वे शाम तक घर नहीं लौटे, तो परिजनों ने कॉलोनी और आसपास के इलाकों में उनकी तलाश की। रात 10:30 बजे परिजनों ने आलमबाग थाने में इसकी सूचना दी।
पुलिस की कार्रवाई
आलमबाग थाने के इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र सरोज ने अपनी टीम के साथ तलाशी अभियान शुरू किया। कॉलोनी के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच की गई। फुटेज में एक व्यक्ति बच्चों को साइकिल पर पीछे बिठाकर ले जाता दिखाई दिया। पुलिस ने रात में ही बस अड्डों, रेलवे स्टेशनों और अन्य जगहों पर सघन तलाशी अभियान चलाया। शुक्रवार सुबह बच्चों के परिजनों के पास 10-10 लाख रुपये की फिरौती मांगने वाला व्हाट्सएप संदेश आया।
पुलिस ने सर्विलांस टीम की सहायता से दोनों बच्चों को लखीमपुर खीरी के गोला गोकर्णनाथ रेलवे स्टेशन से सुरक्षित बरामद कर लिया। इस मामले में पुलिस ने विजय शर्मा नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जो लखनऊ के मवैया क्षेत्र का निवासी है। अपहरण में इस्तेमाल की गई साइकिल को पुलिस ने चारबाग के मोहन होटल के पास से बरामद किया है।