सुल्तानपुर में दिल दहलाने वाली घटना: भतीजे ने चाचा को जिंदा जलाया

सुल्तानपुर। उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले के रामगढ़ गांव में एक हृदय विदारक घटना सामने आई है। रविवार की देर रात एक भतीजे ने अपने बुजुर्ग चाचा पर पेट्रोल छिड़ककर उन्हें जिंदा जला दिया। इस क्रूर वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। परिजनों ने तत्काल आग बुझाने की कोशिश की और घायल चाचा को लंभुआ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) ले गए। वहां से उन्हें मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया, लेकिन उपचार के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। मृतक की पुत्रवधू की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी भतीजे को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ जारी है। इस मामले में मृतक के बेटे पर भी संदेह जताया जा रहा है।

घटना का विवरण

रामगढ़ निवासी 75 वर्षीय मुंदर लाल सरोज रविवार रात को हमेशा की तरह खाना खाने के बाद अपने घर के बरामदे में मच्छरदानी लगाकर तख्त पर सो रहे थे। उनकी पुत्रवधू केवला देवी, जो घर से कुछ दूरी पर अपनी किराना दुकान पर सो रही थीं, ने बताया कि रात करीब 12 बजे उन्हें घर की ओर से चीख-पुकार की आवाज सुनाई दी। जब वह दौड़कर पहुंचीं, तो देखा कि उनके ससुर आग की लपटों में घिरे हुए तड़प रहे थे। केवला और आसपास के लोगों ने पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की और उन्हें तुरंत सीएचसी लंभुआ ले गए। वहां से मेडिकल कॉलेज रेफर किए जाने के बाद उन्हें लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर ले जाने की तैयारी थी, लेकिन तभी उनकी मृत्यु हो गई।

पुलिस की कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही शिवगढ़ पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। जांच के दौरान घटनास्थल पर पांच लीटर का खाली पेट्रोल डिब्बा मिला। केवला देवी ने अपने ससुर की हत्या का आरोप लगाते हुए मृतक के भतीजे विजय कुमार के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज की। अपर पुलिस अधीक्षक अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि हत्या का मामला दर्ज कर विजय को हिरासत में ले लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है। पुलिस को मृतक के बेटे पर भी शक है, जिसकी जांच जारी है।

पारिवारिक पृष्ठभूमि और विवाद

मुंदर लाल निरंकारी संगठन से जुड़े थे और चार भाइयों में तीसरे नंबर पर थे। उनके बड़े भाई राम बरन और शिव बरन का पहले ही निधन हो चुका है, जबकि सबसे छोटे भाई शिवकुमार जीवित हैं। शिव बरन के तीन बेटों—अशोक, पवन और विजय—में सबसे छोटा विजय मुंदर लाल के घर अक्सर आता-जाता था। विजय को शराब की लत थी। करीब पांच महीने पहले मुंदर लाल ने विजय को 40,000 रुपये उधार दिए थे, जिसे वापस मांगने पर दोनों के बीच तनाव था। इसके अलावा, मुंदर लाल ने अपना एक बीघा खेत विजय के बड़े भाई अशोक को बेच दिया था, जिसे लेकर भी विवाद था। पुलिस का मानना है कि पैसे के लेन-देन से बचने के लिए विजय ने अपने चाचा को जलाकर मार डाला।

परिवार और संदेह

मुंदर लाल की पत्नी का पहले ही देहांत हो चुका है। उनकी तीन बेटियों की शादी हो चुकी है, और वह अपने बेटे जमुना प्रसाद के इकलौते बेटे दिनेश और उसकी पत्नी मीनू के साथ रहते थे। केवला देवी अपनी किराना दुकान पर रहती थीं, जो घर से लगभग 100 मीटर दूर है। जमुना प्रसाद दिल्ली में काम करता है और कुछ दिन पहले गांव आया था। ग्रामीणों के अनुसार, जमुना और मुंदर लाल के बीच खेत बेचने को लेकर विवाद हुआ था। रविवार दोपहर को जमुना दिल्ली वापस जाने की बात कहकर निकला था, लेकिन अब उसका फोन स्विच ऑफ है। पुलिस ने उसका नंबर सर्विलांस पर डाला है और हर कोण से जांच कर रही है।

वायरल वीडियो और जांच

मेडिकल कॉलेज में मुंदर लाल की मृत्यु से पहले उनका एक बयान वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वह कथित तौर पर कह रहे हैं कि विजय ने उन पर पेट्रोल डालकर आग लगाई। वीडियो के अंत में उन्होंने अपने बेटे जमुना प्रसाद का नाम भी लिया, लेकिन उनकी आवाज कमजोर पड़ने लगी। पुलिस इस वीडियो की सत्यता की जांच कर रही है। (नोट: दिल्ली अपटूडेट इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता।)

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Author: Office Desk

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