फरीदाबाद में दर्दनाक हादसा: एसी में विस्फोट से लगी आग, तीन की मौत

फरीदाबाद।

फरीदाबाद जिले के ग्रीन फील्ड कॉलोनी में एक दुखद और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक चार मंजिला इमारत की पहली मंजिल पर लगे एयर कंडीशनर (एसी) में विस्फोट होने से भीषण आग लग गई।

इस आग से न केवल पहली मंजिल प्रभावित हुई, बल्कि दूसरी और तीसरी मंजिल पर भी घना धुआं फैल गया। इस हादसे में दूसरी मंजिल पर सो रहे एक परिवार के तीन सदस्यों—पति, पत्नी और उनकी बेटी—की दम घुटने से मृत्यु हो गई, जबकि एक किशोर को बचा लिया गया।

यह घटना ग्रीन फील्ड कॉलोनी में हुई, जहां पहली मंजिल पर स्थापित एक स्प्लिट एसी में अचानक विस्फोट हुआ और आग भड़क उठी। दूसरी मंजिल पर रहने वाला परिवार—सचिन कपूर, उनकी पत्नी और बेटी—उस समय अपने कमरे में सो रहे थे। आग से उठने वाले घने धुएं ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया, जिसके कारण इन तीनों की दम घुटने से मृत्यु हो गई। इस दौरान एक किशोर, आर्यन, को पड़ोसी की मदद से बचा लिया गया, जो अभी अस्पताल में उपचाराधीन है।

सूचना मिलते ही दमकल विभाग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची। उन्होंने कड़ी मशक्कत के बाद परिवार को बाहर निकाला और सेक्टर-21सी के एशियन अस्पताल में भर्ती करवाया। लेकिन, डॉक्टरों ने सचिन कपूर, उनकी पत्नी और बेटी को मृत घोषित कर दिया।

जब आग की लपटें और धुआं फैलने लगा, तब पड़ोस में रहने वाले मयंक ने तत्परता दिखाई। मयंक ने पहले बाल्टियों से पानी डालकर आग बुझाने की कोशिश की। इसके बाद वे छत के रास्ते सचिन के घर तक पहुंचे और सीढ़ी के दरवाजे को तोड़कर किशोर आर्यन को सुरक्षित बाहर निकाला। लेकिन, घने धुएं और आग की तीव्रता के कारण वे सचिन और उनके परिवार के अन्य सदस्यों को नहीं बचा पाए।

पहली मंजिल पर रहने वाली रितु मलिक ने दमकल विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने बताया कि आग की सूचना तुरंत दे दी गई थी, लेकिन फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंचने में 45 से 50 मिनट का समय लग गया। तब तक आग पूरे कमरे में फैल चुकी थी और दूसरी मंजिल पर रहने वाले परिवार की दम घुटने से मृत्यु हो चुकी थी। रितु ने कहा, “अगर दमकल विभाग 10 मिनट में भी पहुंच जाता, तो शायद तीन जिंदगियां बचाई जा सकती थीं।”

रितु मलिक ने बताया कि यह चार मंजिला इमारत राकेश यादव की है। पहली मंजिल पर रितु और उनका परिवार रहता है, दूसरी मंजिल पर सचिन कपूर का परिवार था, तीसरी मंजिल पर सचिन ने अपना ऑफिस बनाया हुआ था, और चौथी मंजिल पर रजत गोयल अपने परिवार के साथ रहते हैं। रितु ने इमारत के मालिक राकेश यादव पर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मालिक को कई बार इमारत की खराब वायरिंग की शिकायत की गई थी, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। कुछ दिनों बाद सभी किरायेदार मिलकर वायरिंग बदलवाने की योजना बना रहे थे, लेकिन उससे पहले यह हादसा हो गया।

रितु मलिक ने बताया कि सुबह करीब 3:15 बजे उनकी नींद खुली, जब उन्होंने देखा कि उनके कमरे के एसी में आग की लपटें उठ रही थीं। उस समय वे अपनी बेटी जानवी के साथ सो रही थीं, जबकि उनका बेटा और पति दूसरे कमरे में थे। आग देखते ही उन्होंने तुरंत अपने परिवार को बाहर निकाला और चौथी मंजिल पर रहने वाले रजत गोयल को भी सूचित किया। रजत अपने परिवार के साथ सुरक्षित बाहर आ गए। लेकिन, सचिन कपूर और उनके परिवार को बाहर निकलने की बजाय छत की ओर भागते देखा गया। बाद में वे अपने कमरे में वापस लौट गए, जहां धुएं के कारण वे बेहोश हो गए और यह हादसा हो गया।

रितु ने यह भी बताया कि कुछ दिन पहले ही उन्होंने अपने घर के एसी को ठीक करवाया था, लेकिन इसके बावजूद इस हादसे ने सबको झकझोर कर रख दिया। इस भयावह हादसे ने पूरे ग्रीन फील्ड कॉलोनी में दहशत फैला दी है। जो भी इस घटना को देखने मौके पर पहुंचा, उसकी रूह कांप उठी। दमकल विभाग की टीम अभी भी इस मामले की जांच कर रही है ताकि आग लगने के सटीक कारणों का पता लगाया जा सके।

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Author: Office Desk

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