नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली की सभी प्रमुख मंडियों को अब को विकसित किया जाएगा और इसके लिए 517.94 करोड़ रुपये का विशेष बजट पेश किया गया है। बेहतर बुनियादी ढांचे के साथ ही अब मंडियों का विस्तार किया जाएगा। इससे गाजीपुर, आजादपुर, टिकरी खामपुर समेत सभी मंडियों की कई नई परियोजनाओं को गति मिलेगी। मुर्गा मंडी का होगा कायाकल्प तो फूल मंडी को भी और बेहतर लुक मिलेगा।
मंडियों के विकास को लेकर दिल्ली कृषि विपणन बोर्ड और कृषि उत्पाद बाजार के अधिकारियों के साथ मंत्री गोपाल राय ने संयुक्त बैठक की दिल्ली सचिवालय में आयोजित बैठक में वित्तीय वर्ष 2023-24 में मंडियों के विकास को लेकर बोर्ड ने कुल 517.94 करोड़ रुपये का बजट पारित किया।
आपको बता दे कि इस बजट में लगभग 206.37 करोड़ रुपये एपीएमसी आजादपुर, 17.40 करोड़ रुपये फल-सब्जी मंडी गाजीपुर, 16.31 करोड़ रुपये एफपी एंड ईएमसी गाजीपुर, 8.50 करोड़ रुपये फूल मंडी गाजीपुर, 19.70 करोड़ रुपये एपीएमसी केशोपुर, 43.02 करोड़ रुपये एपीएमसी नरेला, 4.42 करोड़ रुपये एपीएमसी नजफगढ़ के लिए और 202.19 करोड़ रुपये डीएएमबी को आवंटित किया गया।
बैठक के बाद शहरी विकास मंत्री गोपाल राय ने बताया कि 102 करोड़ की लागत से मुर्गा मंडी के नवीनीकरण का काम किया जाएगा। टिकरी खामपुर थोक मंडी के निर्माण के साथ फल और सब्जी मंडी और पोल्ट्री मार्किट, गाजीपुर के विकास और गाजीपुर फूल मंडी के नवीनीकरण का कार्य किया जाएगा।
आजादपुर मंडी में शेड नंबर 7 के नवीनीकरण के लिए 20 करोड़ का बजट भी आवंटित किया गया है। दिल्ली सरकार मंडियों के विकास, विस्तार और बेहतर बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध है। यह सभी फैसले दिल्ली के किसानों की भलाई और मंडियों की बेहतरी को ध्यान में रखते हुए लिए गए है।