नई दिल्ली। कश्मीर घाटी में नियंत्रण रेखा (एलओसी) की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार श्रीनगर स्थित चिनार कोर के पूर्व कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एडीएस औजला को उत्तम युद्ध सेवा पदक (यूवाईएसएम) से सम्मानित किया गया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित दूसरे रक्षा अलंकरण समारोह में सशस्त्र बलों और भारतीय तटरक्षक बल के 84 सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मियों को 52 अति विशिष्ट सेवा पदक सहित विशिष्ट सेवा पुरस्कार प्रदान किए। इस दौरान एक को बार एवीएसएम, तीन को उत्तम युद्ध सेवा मेडल ( यूवाइएसएम) और 28 को परम विशिष्ट सेवा पदक (पीवीएसएम) से पुरस्कृत किया गया। कुमाऊं रेजीमेंट की 3 कोर के लेफ्टिनेंट जनरल राम चंदर तिवारी और पंजाब रेजीमेंट हेडक्वाटर्स की 14 कोर के लेफ्टिनेंट जनरलअ¨नदय सेनगुप्ता को भी यूवाइएसएम प्रदान किया गया।
वहीं, इसके बाद में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। राष्ट्रपति भवन ने समारोह की तस्वीरों को ट्वीट किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत अन्य शीर्ष गणमान्य लोगों ने समारोह में शिरकत की। कहा जा रहा है कि पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू ने इस दौरान मणिपुर में जातीय हिंसा पर भी चर्चा की। इससे पहले, प्रधानमंत्री ने सोमवार को दौरे से लौटने के बाद पूर्वोत्तर राज्य की स्थिति पर एक बैठक की अध्यक्षता थी। राष्ट्रपति कार्यालय ने पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुर्मू की तस्वीर के साथ ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
इससे पहले 30 मई को विशाखापट्टनम में पूर्वी नौसेना कमान (ईएनसी) के लिए नौसेना अलंकरण समारोह आयोजित किया गया था। इसमें नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने 33 वीरता और विशिष्ट सेवा पुरस्कार प्रदान किए थे। समारोह में कर्तव्य के प्रति समर्पण के लिए 16 विशिष्ट सेवा पदक, दो जीवन रक्षा पदक और 13 नौसेना पदक भी प्रदान किए गए थे।