नई दिल्ली। राहुल गांधी मंगलवार को अचानक करोल बाग मार्केट में एक बाइक बनाने वाले मैकेनिक की दुकान पर उससे मिलने पहुँच गए। इससे पहले भी राहुल गांधी ने दिल्ली से लेकर चंडीगढ़ में एक ट्रक पर बैठकर पूरा सफर किया था। देखा जा सकता है की किस तरह से राहुल गांधी ने अपनी भारत जोड़ो यात्रा 2.0 की एक अलग अंदाज में शुरुआत कर दी है। राहुल गांधी की यह यात्रा पुरानी भारत जोड़ो यात्रा की तरह लगातार पैदल चलने वाली यात्रा की बजाय अलग-अलग राज्यों में रोजमर्रा की जिंदगी में रोज कमाने-खाने वालों से मिलने को लेकर शुरू हुई है।
कांग्रेस पार्टी से जुड़े नेताओं के मुताबिक राहुल गांधी का रोजमर्रा की जिंदगी में रोज कमाने खाने वालों से मिलने का यह सिलसिला भारत जोड़ो यात्रा का एक बड़ा और अगला हिस्सा ही है। इसको लेकर पार्टी नेताओं ने एक योजना बनाई जिसके तहत राहुल गांधी न सिर्फ मिस्त्री, मैकेनिक, राजगीर, कपड़े प्रेस करने पर वाले, सड़कों की सफाई करने वाले, सुरक्षाकर्मी और होटल के कर्मचारी जैसे वेटर समेत उन सभी लोगों से मुलाकात करेंगे, जो अपने परिवार का पेट भरने के लिए रोज कमाते हैं उसी से रोज खाते हैं।
बीते कुछ समय में राहुल गांधी जिस तरीके से अपनी भारत जोड़ो यात्रा के समापन के बाद एक नए अंदाज में लोगों से मिल रहे हैं, वह कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा का ही अगला हिस्सा है। उनका मानना है कि राहुल गांधी की यह मुलाकात कांग्रेस पार्टी के लिए आने वाले चुनावों के लिहाज से बूस्टर डोज की तौर पर देखी जा रही है।
राहुल गांधी की लोगों से सीधे तौर पर जुड़ने की इस शैली को लेकर पार्टी ने भी बहुत कुछ प्लान किया है। कांग्रेस पार्टी से जुड़े लोगो का कहना है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में रणनीति बनाने वालों ने इसे और ज्यादा आगे बढ़ाने की योजना तैयार की है। कांग्रेस पार्टी की रणनीति बनाने वालों में शामिल एक प्रमुख नेता कहते हैं कि राहुल गांधी का सीधे तौर पर इन लोगों से जुड़ना पार्टी को एक नई उमंग नई ऊर्जा देना चाहते है। यही वजह है कि पार्टी राहुल गांधी की सीधे तौर पर सामान्य लोगों से मिलने के सिलसिले को और आगे व्यापक रूप से बढ़ाने की तयारी कर चुकी है।
जानकारी के अनुसार राहुल गांधी उन राज्यों में भी ऐसे ही लोगों से मुलाकात करेंगे, जहाँ पर फिलहाल विधानसभा चुनाव नहीं होने हैं। वही कुछ लोगो का कहना है कि किसी बड़े राजनेता खासतौर से राहुल गांधी जैसे बड़े कद के नेताओं का इस तरह लोगों से मिलना-जुलना एक सामान्य प्रक्रिया तो नहीं हो सकती है। निश्चित तौर पर इसके पीछे सियासत ही है। हालांकि यह बात अलग है कि किसी भी बड़े कद के नेता का ऐसे लोगों से मिलना-जुलना उन्हें सीधे तौर पर जोड़ता है। यही वजह है कि राहुल गांधी का यह फॉर्मू
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता पीएल पुनिया कहते हैं कि उनके नेता राहुल गांधी जिस तरह से सामान्य लोगों से मिलते हैं, तो उन लोगों का हौसला बढ़ता है और हमें उनकी समस्याओं से रूबरू होने का भी एक मौका मिलता है और उनकी पार्टी ऐसे लोगों से मिलने-जुलने के सिलसिले को लगातार करती रही है और आगे भी करती रहेगी। कांग्रेस पार्टी से जुड़े एक अन्य वरिष्ठ नेता का मानना है कि राहुल गांधी अगले कुछ महीनों में जिन राज्यों में जाएंगे, वहाँ पर ऐसे ही लोगों से मुलाकात करने का सिलसिला बढ़ाएंगे। इसके लिए कांग्रेस पार्टी के रणनीतिकारों की एक बैठक भी पिछले सप्ताह हुई है। पार्टी से जुड़े नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी की ओर से इस तरीके की बैठक करने का कोई सुझाव नहीं आया है। भारत जोड़ो यात्रा के सतत चलने वाले कार्यक्रम के तहत ही आगे बढ़ाए जाने का पूरा रोडमैप तैयार किया जा रहा है। इसलिए अगले कुछ महीनों में इस तरह से मिलने-जुलने का सिलसिला राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना समेत अन्य राज्यों में भी देखने को मिलेगा।