ताजनगरी आगरा में पहली बार मंगलवार को डिपो से ताज पूर्वी गेट तक तीन किमी लंबे एलिवेटेड ट्रैक पर 20 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से मेट्रो दौड़ी है। मैनुअल मोड पर शाम पाँच बजे मेट्रो का ट्रायल हुआ। तीन कोच की ट्रेन में अधिकारी व टेक्निकल स्टाफ सवार रहा।
आगरा में 29 किमी लंबे दो मेट्रो कॉरिडोर प्रस्तावित है। पहला सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट तक 14 किमी लंबा है। इसमें सात भूमिगत व छह एलिवेटेड स्टेशन हैं। दूसरा कॉरिडोर कैंट रेलवे स्टेशन से कालिंदी विहार तक बनेगा। इसमें 14 एलिवेटेड स्टेशन होंगे। मंगलवार को पहली बार एलिवेटेड बायडक्ट ट्रैक पर मेट्रो ट्रायल सफल होने पर उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसी) के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने टीम को बधाई दी।
मार्च 2024 तक छह स्टेशन के बीच मेट्रो चलाने का लक्ष्य है। तीन एलिवेटेड स्टेशन तैयार हैं। तीन भूमिगत स्टेशन बन रहे हैं। छह ट्रेन सेट आगरा पहुँच गई हैं। एक कोच में 300 से अधिक यात्री सवार हो सकते हैं। ट्रेन ऑटोमेटिक मोड पर चलेगी, लेकिन फिलहाल ट्रायल मैनुअल मोड पर किया जाएगा।
ये है आगरा मेट्रो की खासियत-
1) स्वदेश में निर्मित होंगे सभी मेट्रो के कोच
2) 750 डीसी वॉल्ट बिजली की आवश्यकता
3) ओएचई की जगह थर्ड रेल प्रणाली से संचालित
4) रीजनरेटिव प्रणाली से चलते हुए बिजली बनेगी
5) वायु प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रॉपल्सन प्रणाली है
6) बटन से दिव्यांग देर तक दरवाजा खुला रख सकते हैं
7) हर ट्रेन में 24 सीसीटीवी कैमरे, 56 चार्जिंग प्वाइंट हैं
8) टॉक टेक बटन से यात्री ड्राइवर से बात कर सकेंगे
9) हर ट्रेन में मनोरंजन के लिए 36 एलसीडी पैनल्स