सीमा – सचिन ने किया 10 घंटे किया UP ATS का सामना , देर रात छोड़ा , नॉएडा से अब दिल्ली लेकर गयी टीम ,IB से मिला था इनपुट

पबजी पार्टनर सचिन मीणा के प्यार की खातिर पाकिस्तान से चार बच्चों संग नेपाल के रास्ते भारत आई सीमा हैदर को एटीएस (एंटी टेरेरिस्ट स्क्वॉयड) सोमवार को अपने साथ ले गई। एटीएस सीमा हैदर, सचिन मीणा और सचिन के पिता नेत्रपाल से करीब 10 घंटे तक पूछताछ की और रात लगभग 10.30 बजे तीनों नोएडा से दिल्ली ले जाया गया।
सीमा हैदर के बिना वीजा नेपाल के रास्ते भारत में आने पर 50 दिन तक रबूपुरा में रहने संबंध में गौतमबुद्ध नगर पुलिस ने केंद्रीय व प्रदेश की कई एजेंसियों को पत्र लिखे थे। एटीएस शुरूआत से ही इस मामले पर नजर बनाए हुए थी। एटीएस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि सीमा हैदर प्यार की आड़ में जासूसी या किसी गलत इरादे से तो भारत में नहीं आई है।
एटीएस टीम सोमवार शाम रबूपुरा पहुंची और दरवाजा खुलवाने के बाद सचिन मीणा के घर में तीन-चार सदस्य प्रवेश कर गए। दो सदस्य गली की दोनों ओर गए। मगर गली में मौजूद लोगों व मीडियाकर्मियों को उन्होंने अपना परिचय देते हुए बाहर भेज दिया। इसके बाद सभी सदस्य सचिन मीणा के घर पर चले गए।
टीम पहले सीमा हैदर, सचिन और नेत्रपाल को घर की छत पर ले गई। यहां कुछ देर वार्तालाप के बाद एटीएस टीम छत से ही तीनों को दूसरे घर की छत पर पहुंची। इसके बाद दूसरे घर के जीने से उतरकर बराबर की पतली गली से निकलते हुए पीछे की ओर से तीनों को लेकर गाड़ी से रवाना हो गई। इसकी भनक काफी देर बाद लोगों व मीडियाकर्मियों को लगी। इसके बाद सचिन के घरवालों ने अपना दरवाजा नहीं खोला।
उन्होंने मीडियाकर्मियों व ग्रामीणों से दूरी बनाये रखी। हालांकि परिजन ने तीन दिन से सीमा हैदर से मुलाकात पर पाबंदी लगा रखी थी। तभी से ही सादा कपड़ों में पुलिसकर्मी भी सचिन मीणा की गली में लगातार निगरानी कर रहे थे। कुछ लोग इसे बलोच डाकुओं की धमकी के बाद सीमा हैदर की सुरक्षा से जोड़कर देख रहे हैं।

पुलिस ही नहीं आईबी के इनपुट पर हो रही पूछताछ
सूत्रों का कहना है कि सीमा हैदर मामले का खुलासा होने के बाद एटीएस के रडार पर है। उससे बरामद पहचान पत्र आदि हाई कमीशन को भेजे गए हैं। सीमा से पूछताछ के लिए एटीएस ने सवालों की सूची तैयार की है। सीमा कहीं जासूस तो नहीं, उसके संबंध आईएसआई से तो नहीं या वह देश विरोधी गतिविधियों में तो लिप्त नहीं है। कुछ ऐसे सवाल के जवाब एटीएस हासिल करने का प्रयास कर रही है। हाल ही में दिल्ली से आईबी की टीम जिले में पहुंची थी और टीम ने सीमा हैदर के बारे में जांच पड़ताल की।
ये भी जानकारी मिल रही है कि आईबी के इनपुट के बाद ही एटीएस ने सीमा हैदर से पूछताछ शुरू की है। सीमा एजेंसियों को न केवल सीमा हैदर के भाई के पाकिस्तान आर्मी में होने बल्कि उसके चाचा के भी आर्मी में सूबेदार होने की जानकारी मिली है। इसके अलावा एक अधिकारी ने यह भी बताया कि एटीएस डिलिट किए गए चैट रिकवर करने पर संदिग्ध बातचीत, सेटेलाइट फोन इस्तेमाल की आशंका पर भी पूछताछ कर सकती हैं।

चार जुलाई को पुलिस टीम ने सीमा हैदर, सचिन और नेत्रपाल को गिरफ्तार कर प्रेसवार्ता की। डीसीपी साद मियां खान ने जानकारी दी थी कि पाकिस्तान के कराची में रहने वाली सीमा हैदर से सचिन की दोस्ती पबजी पर गेम खेलने के दौरान हुई। इसके बाद सीमा सचिन से मिलने मार्च में नेपाल आई। यहां सचिन और सीमा सात दिन रहे। नेपाल के ही पशुपतिनाथ मंदिर में दोनों ने शादी करने का दावा किया। 10 मई को सीमा फिर से पाकिस्तान से चार बच्चों को लेकर रवाना हुई थी। सीमा शारजहां से नेपाल और फिर काठमांडू के पोखरा से बस से भारत में प्रवेश कर गई। इसके बाद यमुना एक्स्प्रेसवे पर फलैदा कट पर उतरी। यहां से रबूपुरा का रहने वाला सचिन मीणा उसे पहले से ही किराये पर लिए गए रबूपुरा के आंबेडकर नगर स्थित घर में ले गया। सीमा हैदर यहां अपने बच्चों के साथ लगभग 50 दिन तक रही। पुलिस ने सीमा को जेल भेजा, न्यायालय से जमानत मिलने के बाद सीमा सचिन के घर पर रह रही थी।
नोएडा एटीएस दफ्तर से सीमा और सचिन उसके पिता नेत्रपाल को दो अलग अलग गाड़ियों में टीम लेकर निकली। खुफिया विभाग के सूत्रों ने जानकारी दी कि सीमा को टीम दिल्ली लेकर गई है। वहीं गांव के सूत्रों का कहना है कि जिस रास्ते से सीमा को ले जाया गया था वहां से एक महिला रात लगभग 11:45 बजे लौटी है। लेकिन अंधेरे के कारण उसका चेहरा नहीं देख पाए। इससे गांव में सीमा के लौटने की चर्चा है। लेकिन किसी भी पुलिस अधिकारी ने सीमा कहां है इसकी अधिकारिक जानकारी नहीं दी है।

Shanu Jha
Author: Shanu Jha

Leave a Comment