केंद्र सरकार ने नेहरू मेमोरियल का नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी कर दिया है। नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने पर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने हंगाना शुरू कर दिया है। कांग्रेस के महासचिव और पार्टी के संचार प्रमुख जयराम रमेश ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी के नाम बदलने पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने इसी के साथ मोदी सरकारी पर नेहरू की विरासत को बदनाम और नष्ट करने का भी आरोप लगाया है। जयराम रमेश के इन आरोपों के बाद भाजपा के सांसद रविशंकर प्रसाद ने बयान दिया है।
रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें केवल नेहरू और उनके परिवार से मतलब है। उन्होंने जयराम रमेश के बयान पर कहा, ‘कांग्रेस पार्टी, जयराम रमेश और पीएम मोदी के सोच में बहुत बड़ा फर्क है। उनके (कांग्रेस) लिए केवल नेहरू और उनका परिवार मायने रखते हैं।’
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने म्यूजियम में देश के सभी प्रधानमंत्रियों को सम्मानजनक स्थान दिया है। भाजपा सांसद ने सवाल पूछा कि म्यूजियम में लाल बहादूर शास्त्री को जगह क्यों नहीं मिली? उन्होंने यह भी कहा कि वहां न तो इंदिरा गांधी को जगह दी गई थी, न ही राजीव गांधी को। मोरारजी देसई, अटल विहारी बाजपेई, आईके गुजराल और एचडी देवगौड़ा को भी वहां स्थान नहीं दिया गया था।
उन्होंने पीएम मोदी की सराहना करते हुए कहा कि पीएम ने सभी प्रधानमंत्रियों को म्यूजियम में सम्मानजनक स्थान दिया है और जब सभी प्रधानमंत्रियों को यहां रखा जा रहा है, तो इसका नाम प्रधानमंत्री स्मृति लाइब्रेरी ही होना चाहिए।