पुलिस आयुक्त और स्पेशल सीपी की सूझबूझ से नहीं टकराए मेहमानों के काफिले, महीनों से चल रही थी तैयारी

दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा के सुझाव व ट्रैफिक पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त एसएस यादव की सूझबूझ से देरी होने के बावजूद विदेशी मेहमानों के कारकेड आपस में न तो टकराए व न ही क्रॉस हुए। पुलिस आयुक्त के आदेश पर विशेष पुलिस आयुक्त ने मुख्य रूट के अलावा शाॅर्टकट रूट भी रिजर्व में बनाकर रखे हुए थे। देरी करने वाले विदेशी मेहमानों के काफिलों को शार्टकट रूट से निकालकर समय से पहुंचाया गया। रविवार सुबह इन रूटों के कारण ट्रैफिक पुलिस को काफी सहूलियत हुई।

वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ट्रैफिक पुलिस ने छह माह पहले तैयारी शुरू कर दी थी। पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों की बैठक में सूझबूझ का परिचय देते हुए आदेश दिया था कि अगर विदेशी राष्ट्राध्यक्ष होटल से समय से नहीं निकल पाते हैं तो फिर रूट पर चलने वाले कारकेड का आवागमन गड़बड़ा जाएगा। इसे देखते हुए होटल से देर से निकलने वाले विदेशी मेहमानों के लिए शाॅर्टकट रूट बनाएं।

इसके बाद ट्रैफिक पुलिस ने विदेशी मेहमानों के लिए होटल से प्रगति मैदान व राजघाट तक के लिए 31 रूट बनाए थे। इसके अलावा आठ शॉर्टकट रूट बनाए थे। राजघाट के लिए सी-हैक्सागन होकर रूट बनाया था। बताया जा रहा है कि शनिवार को प्रगति मैदान जाने के लिए कई विदेशी मेहमान होटलों से देरी से निकले। ऐसे में शॉर्टकट रूट से इन्हें प्रगति मैदान पहुंचाया गया। रविवार सुबह भी राजघाट जाने के लिए कई मेहमान देरी से निकले। इनके लिए भी यही व्यवस्था की गई।

दो महीने से की जा रही थी रिहर्सल
ट्रैफिक पुलिस अधिकारियों के अनुसार विदेशी मेहमानों का प्रगति मैदान जाने के दौरान एक से दो मिनट का गैप था। पौने घंटे में सभी को होटलों से प्रगति मैदान पहुंचाना था। ऐसे में इन शॉर्टकट रूट का भी इस्तेमाल किया गया। विशेष पुलिस आयुक्त एसएस यादव की निगरानी में दो महीने पहले विदेशी मेहमानों के लिए बनाए गए रूट की रिहर्सल शुरू कर दी गई थी। रिहर्सल के दौरान आने वाली परेशानियों को समय से दूर किया गया। बार-बार रिहर्सल करने से ट्रैफिक पुलिस का सटीक टाइम तक पहुंचना बहुत बड़ी बात रही।

Shanu Jha
Author: Shanu Jha

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