केंद्रीय मंत्री और पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) अपने आप ही भारत में शामिल हो जाएगा। इसके लिए आपको बस थोड़ा सा इंतजार करने की जरूरत है। उनका यह बयान सामने आते ही राजनीतिक गलियारों में हलचल बढ़ गई। उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना के नेता संजय राउत ने पूर्व सेना प्रमुख पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब वह पद पर थे, तब कोशिश करनी चाहिए थी।
संजय राउत ने कहा कि हमने हमेशा सपना देखा है कि ‘अखंड भारत’ हो। हम हमेशा कहते हैं कि पीओके हमारा है, लेकिन जब पूर्व सेना प्रमुख पद पर थे, तो उन्हें इसे अपना बनाने के लिए कोशिश करनी चाहिए थी। उन्होंने पूछा कि अब आप इसे कैसे ले सकते हो? उन्होंने कहा कि अगर इस दिशा में कोई प्रयास किया जाता है तो हम इसका स्वागत करेंगे।
राउत ने कहा कि इससे पहले मणिपुर में शांति लाना जरूरी है। चीन मणिपुर तक पहुंच गया है। वहीं, राहुल गांधी ने बताया कि लद्दाख में भी चीन घुस चुका है और हमारी जमीन ले ली है। इतना ही नहीं, चीन ने हाल ही में अरुणाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों को अपने नक्शे में दिखाया। उन्होंने कहा कि पहले इसे खत्म करें। इन क्षेत्रों को पहले वापस अपने कब्जे में ले लो। उसके बाद पीओके अपने आप भारत में विलय हो जाएगा, ऐसा होने के लिए आपकी जरूरत नहीं है।
बयान की आड़ चीन से ध्यान भटकाने की कोशिश
वहीं, दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज का कहना है कि वीके सिंह चीन से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। यह सच है कि चीन ने भारतीय क्षेत्र के एक बड़े इलाके पर कब्जा कर लिया है। लद्दाख से एक खबर आई थी, वहां के एसपी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 66 में से 26 स्थान, जहां भारतीय सेना गश्त करने के लिए जाती थी, वहां अब नहीं जा पाती है। जाहिर सी बात है, चीन ने भारत की जमीन पर कब्जा कर लिया है। जनरल सिंह को पहले इस बारे में बताना चाहिए।
आपको बता दे दरअसल, राजस्थान के दौसा में मीडिया से बात करते हुए शिया मुसलमानों की भारत के लिए सड़कें खोलने की मांग वाले प्रश्न पर केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा कि बस कुछ वक्त इंतजार कीजिए, PoK का अपने आप भारत में विलय हो जाएगा। जब उनसे पूछा गया कि लोगों ने मांग की है पीओके को भारत में विलय किया जाए।
इसका जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि पीओके अपने आप ही भारत में विलय हो जाएगा, कुछ समय इंतजार करें। उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनता कांग्रेस सरकार के राज में बदहाल कानून व्यवस्था, युवाओं और किसानों से वादाखिलाफी से पूरी तरह परेशान है। इसलिए भाजपा को जनता के बीच जाकर उनकी बात सुनने के लिए परिवर्तन संकल्प यात्रा निकालनी पड़ी है। इस यात्रा में जनता पूरा साथ दे रही है।