अनंतनाग मुठभेड़ पर केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि हमें सोचना होगा, क्योंकि जब तक हम पाकिस्तान को अलग-थलग नहीं करेंगे, वे यही सोचेंगे कि यह सामान्य बात है। उन्होंने कहा कि अगर हमें उन्हें दबाव में लाना है, तो हमें उन्हें अलग-थलग करना होगा।
केंद्रीय मंत्री का बयान
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धौंचक और डीएसपी हुमायूं भट के बलिदान पर केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह का बयान आया है। उन्होंने कहा कि हमें सोचना होगा, क्योंकि जब तक हम पाकिस्तान को अलग-थलग नहीं करेंगे, वे यही सोचेंगे कि यह सामान्य बात है।
उन्होंने कहा कि अगर हमें उन्हें दबाव में लाना है, तो हमें उन्हें अलग-थलग करना होगा। उन्हें यह जानने की जरूरत है कि जब तक आप खुद सामान्य नहीं हो जाते, तब तक कोई भी सामान्य रिश्ता कायम नहीं रह सकता। पाकिस्तान के साथ क्रिकेट और फिल्म के रिश्ते ठीक नहीं है। पाकिस्तान पर दवाब डालना ही होग।
अनंतनाग में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में कर्नल, मेजर और डीएसपी बलिदान
दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के कोकरनाग इलाके में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सेना के कर्नल, मेजर और जम्मू-कश्मीर पुलिस के उपाधीक्षक बलिदान हो गए। जबकि दो जवान लापता हैं। सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को घेर रखा है। तलाशी अभियान जारी है। लगातार गोलियों की आवाज आ रही है।
तीनों बलिदानियों की शिनाख्त सेना मेडल पदक विजेता कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष, पुलिस उपाधीक्षक हुमायूं भट के रूप में हुई है। तीनों मुठभेड़ के दौरान गंभीर रूप से घायल हुए थे, बाद में उनकी मृत्यु हो गई।
टीआरएफ ने ली जिम्मेदारी
हमले की जिम्मेदारी लश्कर फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है। कर्नल मनप्रीत मोहाली के भड़ौजिया गांव, मेजर आशीष पानीपत के सेक्टर 7 और डीएसपी हुमायूं पुलवामा जिले के त्राल के रहने वाले थे। बताया जाता है कि कोकरनाग के गद्दल जंगल के इलाके में आतंकियों की मौजूदगी की सूचना के बाद मंगलवार शाम को सेना की 19 राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर जम्मू-कश्मीर पुलिस और सीआरपीएफ की संयुक्त पार्टी ने इलाके में तलाशी अभियान शुरू किया।
रात में अभियान रोकने के बाद बुधवार सुबह आतंकियों की फिर से तलाश शुरू की गई। इस दौरान दहशतगर्दी के एक ठिकाने पर मौजूद होने की सूचना मिली। 19 आरआर के सीओ कर्नल मनप्रीत ने टीम का नेतृत्व करते हुए आतंकियों पर हमला बोल दिया। आतंकियों की फायरिंग में कर्नल, मेजर और डीएसपी गंभीर घायल हो गए। तीनों को श्रीनगर स्थित सेना के अस्पताल एयरलिफ्ट किया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।