‘IC814’ विवादों, बयानबाज़ों और बैन की मांग के बावजूद नेटफलिक्स में टॉप पर

देवियों और सज्जनों, फ्लाइट IC814 में आपका स्वागत है। IC814 एक बार फिर उड़ान भर चूका है, नेटफ्लिक्स पर पिछले एक हफ्ते से टॉप पर है। इतने विवादों, ब्यानबाज़ी और सोशल मीडिया पर बैन की मांग के बाद भी अनुभव सिन्हा द्वारा निर्दर्शित IC814 के हाईजैक होने की सम्भावना नहीं दिख रही।

IC814 वो फ्लाइट थी जिसने उड़ान तो भरी पर अपने गंतव्य पर न पहुँच कर सात दिनों तक हाईजैक रही। जिसे पहले अमृतसर फिर लाहौर, दुबई और आखिर में अफगानिस्तान के कंधार एयरपोर्ट पर रखी गयी। तारीख थी 24 दिसंबर 1999 , शाम 5 बजे के करीब, जगह – नेपाल की राजधानी काठमांडू। ये वो दिन था जब भारत को मजबूर होना पड़ा। जिस मज़बूरी के कारण तीन आतंकियों छोड़ना पड़ा। दरअसल काठमांडू के त्रिभुवन एयरपोर्ट से नई दिल्ली जाने वाली इंडियन एयरलाइंस की एक फ्लाइट IC-814 को हाईजैक कर कंधार ले जाया गया था जिसमे 176 यात्रियों के अलावा पायलट समेत क्रू के 15 लोग सवार थे। इन्हे बचाने के लिए भारत सरकार को जैश-ए-मोहम्मद के मौलाना मसूद अजहर, मुश्ताक जरगर और अहमद उमर सईद शेख को छोड़ना पड़ा। ये तारीख भारत के लिए टीस की तरह है जब-तब उभरती रहती है। अब इसी पर नेटफ्लिक्स में अनुभव सिन्हा द्वारा निर्दर्शित सीरीज आयी है IC814 जिस पर विवाद इतना बढ़ा कि बैन की मांग उठ गयी। इस मामले पर संज्ञान लेते हुए भारतीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय की तरफ से ओटीटी प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स की कंटेंट हेड को भी तलब किया गया। जिसके बाद नेटफ्लिक्स ने कटेंट की समीक्षा करने का आश्वासन दिया और गारंटी दी कि उनके प्लेटफॉर्म पर भविष्य की सभी सामग्री राष्ट्र की भावनाओं के प्रति संवेदनशील और उसके अनुरूप होगी।

मामला क्या है ?
सच्ची घटना पर आधारित इस वेब सीरीज में लोगों को कई कमियां दिखाई दी, साथ ही रिसर्च की भारी मात्रा में कमी बताई गयी है। सबसे ज्यादा हंगामा जिस बात पर हो रहा है वो ‘IC 814’ शो में हाईजैकर पूरी घटना के दौरान अपने असली नामों की बजाय, कोड नेम इस्तेमाल करते नजर आ रहे है। ये नाम हैं- बर्गर, डॉक्टर,चीफ, शंकर और भोला। सोशल मीडिया पर लोग आरोप लगा रहे हैं कि ये आतंकवादियों के असल नाम छिपाने की कोशिश है इसे लेकर शो और डायरेक्टर अनुभव सिन्हा का तो विरोध भी खूब हुआ, साथ ही सीरीज के बैन की मांग हुई ।

फैक्ट क्या है?
6 जनवरी, 2000 को केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, अपहरणकर्ताओं के असली नाम थे: इब्राहिम अतहर, शाहिद अख्तर सईद, सनी अहमद काजी, मिस्त्री जहूर इब्राहिम, शाकिर। साथ ही विदेश मंत्रालय की प्रेस रिलीज बताती है कि हाईजैक किए गए एयरक्राफ्ट में सवार यात्रियों के लिए, हाईजैकर्स ने खुद के लिए कोडनेम रखे हुए थे- चीफ, डॉक्टर, बर्गर, भोला और शंकर। इन नामों का इस्तेमाल वे अपहरण के दौरान एक-दूसरे को बुलाने के लिए करते थे।

ये वेबसीरीज पत्रकार श्रींजॉय चौधरी और आईसी-814 के कैप्टन देवी शरण की लिखी किताब ‘फ्लाइट इन टू फियर: द कैप्टन स्टोरी’ पर आधारित है। इसमें विजय वर्मा, नसीरुद्दीन शाह, पंकज कपूर, मनोज पाहवा, अरविंद स्वामी, अनुपम त्रिपाठी, दीया मिर्जा, पत्रलेखा, अमृता पुरी, दिव्येंदु भट्टाचार्य, कुमुद मिश्रा प्रमुख भूमिकाओं में हैं।

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Author: Kanchan

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